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विधायक जितेंद्र आव्हाड़ जी के नाम खत.....! पानी से भरी बावड़ी पाटना अपराध है या नहीं..? बावड़ी पाटकर चालिंयां बनाना सही है या गलत..?



 मुंब्रा- कलवा के माननीय *विधायक श्री जितेंद्र आव्हाड़ साहब* आप एक तरफ मुंब्रा कौसा वासियों तक पानी पहुंचाने की हर संभव कोशिश में लगे हैं इसमें कोई शक नहीं है।
लेकिन वहीं दूसरी ओर बड़े हैरत से कहना पड़ रहा है कि जुबली पार्क से लगकर *श्रीलंका के देवरी पाड़ा परिसर में बाबू बग़ीचा की जगह पर एक बहुत पुरानी पानी की बावड़ी हुआ करती थी*, जिसे *पाटकर चालियां बनाने की योजना चल रही हैं*, बावड़ी के बगल में *चार से पांच रूम बनकर तैयार हो चुके हैं*,
अब वही *बिल्डर बावड़ी पर चालियां बनाने का प्रोग्राम बना रहा है जो जल्द ही बनाकर तैयार कर देगा*। कुछ दिनों तक उसी *साफ सुथरे बावड़ी के पानी से परिसर के लोग अपना काम चलाया करते थे*, लेकिन अब *बावड़ी को डंपर से मिट्टी लाकर पाट दिया गया है* और अब वहाँ चालियां बनने जा रही हैं। *विधायक जी* अब आप से लोगों का सवाल है कि *पानी से भरे बावड़ी को पाटना जुर्म है या नहीं...?*, *अगर बावड़ी पाटना जुर्म है तो क्या और किस- किस पर कार्रवाई होनी चाहिए..?* अगर आपको यकीन न हो तो आप थोड़ा सा समय निकालकर वहां जाकर देख सकते हैं, या फिर किसी इमानदार प्रशासनिक अधिकारी को भेजकर या फिर आप अपने स्थानीय नगरसेवक या किसी पदाधिकारी या कार्यकर्ता से जानकारी ले सकते हैं.....! *स्थानीय लोग बावड़ी पाटकर चाली बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करवाने की आप से उम्मीद रखते हैं*...
यूसूफ खान......

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