Skip to main content

पीएम मोदी ने ट्विटर पर बदला नाम, अब चौकीदार नरेन्द्र मोदी, अमित शाह समेत कई अन्य बीजेपी नेता भी बने चौकीदार




चौकीदार नरेंद्र मोदी और अमित शाह

नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल समेत कई नेताओं ने ट्विटर पर अपने नाम के आगे चौकीदार शब्द जोड़ा है. ट्विटर पर पीएम मोदी का नया नाम- चौकीदार नरेंद्र मोदी और अमित शाह का नया नाम - चौकीदार अमित शाह हो गया है. बता दें, शनिवार को ही पीएम मोदी ने 'मैं भी चौकीदार' कैंपेन की शुरुआत की थी.

पीएम मोदी ने कहा था, 'हर देशवासी जो भ्रष्टाचार, गंदगी और सामाजिक बुराइयों से लड़ रहा है, वो एक चौकीदार है. भारत के विकास के लिए कड़ी मेहनत करने वाला हर व्यक्ति चौकीदार है.

आज यानि रविवार को पीएम मोदी ने जैसे ही ट्विटर पर अपने नाम के आगे चौकीदार जोड़ा, उसके बाद बीजेपी के सभी नेताओं ने भी अपने ट्विटर पर नाम के आगे चौकीदार लिख लिया. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, पूनम महाजन, अमित मालवीय, केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी, मीनाक्षी लेखी, विजेंद्र गुप्ता, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, अनुराग ठाकुर समेत कई बीजेपी नेता अब ट्विटर पर चौकीदार बन गए हैं.

 बता दें, कांग्रेस नेताओं ने राफेल डील को लेकर 'चौकीदार चोर है' का नारा दिया था. यह नारा काफी फेमस हुआ था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी हर रैली में इस नारे के जरिए पीएम मोदी पर हमला बोलते हैं. अब बीजेपी ने कांग्रेस के नारे को पलट दिया है.

बीजेपी ने 2014 में चायवाला कैंपेन चलाया था. तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनाव अभियान में खुद को चायवाला बताया था और जगह-जगह चाय पर चर्चा का आयोजन किया गया था. 2017 के आखिर में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 'विकास पगला गया है' का नारा दिया था. इसके जवाब में बीजेपी ने बाकायदा एक वीडियो कैंपेन चलाया और 'मैं हूं विकास, मैं हूं गुजरात' नारा दिया.

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्...

जो मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ते उनके घरों को जला दिया जाय- बाबरी के पक्षकार

  यूपी। नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है। मस्जिद में नमाज पढऩा अधिक पुण्यदायी है। मस्जिद अल्लाह का घर है। पैगमबर मोहम्मद साहब ने भी बिना किसी मजबूरी के मस्जिदों के बाहर नमाज पढऩा पसंद नहीं फरमाया है। कुरान में तो यहां तक उल्लेख मिला कि मस्जिद में नमाज न पढऩे वाले के घरों में आग लगा दी जाय। सुप्रीम कोर्ट का इस मसले पर फैसला आने के बाद ऐसी एक नहीं अनेक टिप्पणियां मुस्लिम नेता कर रहे हैं। यह कहना अनुचित है कि नमाज के लिए मस्जिद आवश्यक नहीं है। न केवल मजहबी अकीदे की दृष्टि से बल्कि सुप्रीमकोर्ट के ताजा फैसले के संदर्भ में भी ऐसी दावेदारी बेदम है। नमाज से जुड़े फैसले पर मुस्लिम नेता बोले, नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है हेलाल कमेटी के संयोजत एवं बाबरी के पक्षकार खालिक अहमद खान का मानना है कि कोर्ट के ताजा फैसले की मीडिया एवं हिंदू पक्ष गलत व्याख्या कर रहा है। हकीकत तो यह है कि कोर्ट का ताजा फैसला उस बुनियाद को मजबूत करने वाला है, जिस बुनियाद पर मुस्लिम बाबरी की लड़ाई लड़ रहे हैं। बकौल खालिक कोर्ट के ताजा फैसले से यह स्पष्ट हुआ है कि जन्मभूमि विवाद की सुनवाई धार्मिक भावना के आधार पर न...

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बोले: सावधानी से बढ़ेंगे आग, महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में तीन मई के बाद लाॅकडाउन से मिलेगी छूट

  मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि वह कुछ इलाकों में तीन मई के बाद लॉकडाउन से छूट देंगे। उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में सावधानी से आगे बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, 'तीन मई के बाद निश्चित रूप से हम कुछ इलाकों की स्थिति को देखते हुए छूट देंगे, लेकिन आप सभी सतर्क रहें और सहयोग करें, अन्यथा पिछले कुछ दिनों में हमने जो कुछ भी हासिल किया है वह बेकार हो जाएगा।' ठाकरे ने कहा कि हम धैर्य और सावधानी के साथ आगे बढ़ेंगे। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दस हजार के पार पहुंच चुकी है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 10,498 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, इसमें से 1773 लोग ठीक हुए हैं। इसके अलावा 459 लोगों की मौत हुई है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र पुलिस ने आदेश को सख्ती से लागू करते हुए राज्य भर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने 85,500 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए और अभी तक 16,962 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि मार्च से कोविड-19 से लड़ते और...