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मनपा आयुक्त संजीव जायसवाल और विधायक जितेंद्र आव्हाड का कुल जमात मुंब्रा कौसा ने किया सत्कार। आयुक्त जायसवाल ने कहा- कब्रिस्तान का विरोध करने वाले कसम खा लें अगर उनके घर कोई मयत होती है तो इस कब्रिस्तान में दफनाने नहीं लेकर जाएंगे.....




मुंंब्रा। कौसा एमएमवेली परिसर में स्टेडियम के आगे पांच एकड़ कब्रिस्तान मिलने की खुशी में कौसा तलाव पाली रोड स्थित तनवर गार्डन के निकट कुल जमात मुंंब्रा- कौसा की ओर से ठाणे मनपा आयुक्त संजीव जायसवाल और स्थानीय विधायक जितेंद्र आव्हाड का भव्य सत्कार किया गया
। कौसा में कब्रिस्तान की मांग कई सालों से चली आ रही थी, लेकिन कई सालों बाद विधायक जितेंद्र आव्हाड
के जद्दोजहद से ठाणे मनपा आयुक्त जायसवाल ने कौसा वासियों के लिए पांच एकड़ जमीन कब्रिस्तान के लिए मंजूर करके दिया है। जिसके लिए कुल जमाती मीटिंग मुंंब्रा-कौसा की ओर से मनपा आयुक्त जायसवाल और विधायक आव्हाड का सत्कार समारोह का आयोजन किया गया था।
जिससे आयुक्त और विधायक का भव्य सत्कार किया गया।
इस मौके पर विधायक जितेन्द्र आव्हाड ने अपने विकास कार्यों को गिनाने के साथ ही अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि शहर के कुछ राजनीतिक लोग ऐसे है जो न तो कभी कुछ किया और न ही करते हैं और न ही मुझे करने देते हैं, अगर मै मुंंब्रा कौसा वासियों के लिए कुछ विकास कार्य करने जाता हूँ तो वह लोग मेरे कामों को रोकने का काम करते हैं।
साथ ही आव्हाड ने कहा कि वह अपना समय मुझे भला बुरा और गाली गलौज करने में बिताते हैं। कुछ लोग हमारी हत्या करना चाहते थे लेकिन हमारी किसमत अच्छी थी अल्लाह के करम और आप लोगों की दुआओं से बच गया। वहीं मनपा आयुक्त जायसवाल
ने सबसे पहले पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धाजंलि देने के बाद मुंंब्रा-कौसा के विकास कार्यों व मंजूर किए गए पांच एकड़ कब्रिस्तान के लिए दिए फंड को गिनाया। साथ ही संजीव  जायसवाल
ने उन लोगों को चेताया जो मंजूर किए गए पांच एकड़ कब्रिस्तान का विरोध कर रहे हैं। जायसवाल ने कहा कि जो लोग कब्रिस्तान का विरोध कर रहे हैं उन्हें कसम खा लेना चाहिए कि अगर हमारे घर या रिश्तेदार में कोई मयत होती है तो, मुंबई या अन्य कब्रिस्तान लेकर जाएंगे, लेकिन इस
कब्रिस्तान में नहीं दफनाएगे...। आयुक्त जायसवाल ने इस तरह की बात इसलिए कहीं क्योंकि कुछ लोग इस कब्रिस्तान
का विरोध कर रहे हैं, जिसके लिए धरना-प्रदर्शन भी किया गया, इस मामले को अदालत तक लेकर गये उनके बाद भी कब्रिस्तान शुरू हो गया, विरोध करने वालों का कहना है कि यह कब्रिस्तान बीना मंजूरी दिए ही शुरू कर दिया गया और जहां यह कब्रिस्तान शुरू किया गया है वह दल-दल वाली जगह है, बरसात के समय मयत कबर से बाहर निकलकर तैयरने लगेगी...?
इस मौके पर कुल जमात के सभी सदस्यों के अलावा पूर्व सांसद व एनसीपी के ठाणे जिला (शहर) अध्यक्ष आनंद परांजपे, नगरसेवक नजीब मुल्ला, कलवा मुंंब्रा विधानसभा
अध्यक्ष शमीम खान, नगरसेवक अशरफ पठान शानू, सिराज डोंगरे, मेराज नईम खान यादि नगरसेवक व नगरसेविकाओं के अलावा मौलाना रफीक अजमल, मुफ्ती अशरफ, मौलाना अजहर सिद्दीकी,नुर खतिब, इब्राहीम राऊत, लियाकत ढोले, जावेद मेडिकल यादि के अलावा भारी संख्या में एनसीपी नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ शहर के ऊलमा-ए-किराम, एवं संस्थाओं के लोग और भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।

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