Skip to main content

रिक्शा चालक ने महिला की दस रुपये के लिए पीट-पीट कर कर दी हत्या



 मुंबई। मुंबई की बांगुर नगर पुलिस ने एक रिक्शा चालक को 40 वर्षीय महिला की हत्या के मामले गिरफ्तार किया है. आरोपी ने शराब के नशे में 10 रुपये मांगने पर महिला को मौत के घाट उतार दिया था. इसके बाद गुस्साए आरोपी ने महिला की लाश को अपने ही रिक्शा पर रखा और खाड़ी के पास कीचड़ में फेंक कर फरार हो गया था.


मिली जानकारी के मुताबिक 24 जनवरी की शाम 5 बजे बांगुर पुलिस को सूचना मिली थी कि खाड़ी के पास के कीचड़ में एक महिला बेहोश पड़ी है. सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने महिला को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस को जांच में पता चला कि महिला का नाम नूरी (40) है. इसके बाद वारदात की जगह पर महिला की मां पहुंची और उसने पुलिस को बताया के “यह मेरी बेटी है. इसका नाम नाज्मा उर्फ़ नूरी है. मृतक महिला की मां ने अपनी बेटी की हत्या की शिकायत बांगुर नगर पुलिस ठाणे में दर्ज कराई. पुलिस ने धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.


इस वारदात में पुलिस को एक व्यक्ति ने सूचना दी के मृतक महिला को एक पुरुष के साथ ऑटो रिक्शा में गणेश घाट के परिसर में जाते देखा गया था. पुलिस ने जांच करते हुए रिक्शा चालक इमरान को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया. पूछताछ में इमरान ने महिला की हत्या की बात कबूल ली. जिसके बाद पुलिस ने इमरान को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि महिला नशे की आदि हो चुकी थी. वह रोज 10 से 20 रुपए मांगती रहती थी.

घटना के दिन आरोपी इमरान महिला के साथ शराब पी रहा था. शराब के नशे में दोनों में झगड़ा हुआ. गुस्साए आरोपी ने महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी और अपने ही रिक्शा में खाड़ी के कीचड़ में फेंक कर फरार हो गया. पुलिस उपनिरीक्षक ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को 36 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया.

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्...

चार लोकसभा और 10 विधानसभा उपचुनाव के नतीजे थोड़ी देर में, कैराना सीट पर सबकी है नजर

 पालघर। देश के 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर सोमवार को हुए उपचुनाव के नतीजे आज बृहस्पतिवार को आएंगे। बृहस्पतिवार सुबह 8 बजे इन सभी सीटों पर मतों की गिनती शुरू हो चुकी है। इन सभी सीटों में से सबसे ज्यादा नजर उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट पर रहेगी। यहां बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी पार्टियां रालोद उम्मीदवार का समर्थन कर रही हैं। 2019 लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ रहे देश में विपक्षी पार्टियां कैराना में बीजेपी को हरा कर एक बड़ा संदेश देना चाहती हैं। सोमवार को हुए मतदान में काफी जगह ईवीएम-वीवीपैट में गड़बड़ी की खबरें आई थीं, जिसके बाद यूपी की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया लोकसभा और नगालैंड की एक विधानसभा सीट के कुछ पोलिंग बूथों पर दोबारा वोट डलवाए गए थे। कैराना से भाजपा सांसद हुकुम सिंह और नूरपुर में भाजपा विधायक लोकेंद्र चौहान के निधन के कारण उप चुनाव हो रहे हैं। कैराना लोकसभा सीट के उपचुनाव पर देश के राजनीतिक दलों की निगाहें हैं। क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे इस चुनाव की नतीजे देश की सियासत को नया संदेश देने वाले हैं। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट क...

महाराष्ट्र से वापस लौट सकेंगे प्रवासी मजदूर,डीएम की अनुमति होगी जरूरी

मुंबई। लॉकडाउन की वजह से देशभर में लॉकडाउन लागू है. अलग-अलग राज्यों के मजदूर और लोग दूसरे राज्यों में फंस गए हैं. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख गुरुवार को कहा कि प्रवासी और अन्य फंसे हुए लोग अपने-अपने राज्यों में जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति के बाद वापस लौट जाएंगे. जिला मजिस्ट्रेट ही प्रवासी मजदूरों को वापस भेजने के लिए नोडल अधिकारी की भूमिका में होंगे. लोगों को नाम, मोबाइल नंबर, गाड़ियों का विवरण(अगर हो तो), राज्य में अकेले हैं या साथ में हैं, इन सबका क्रमवार ब्यौरा देना होगा. महाराष्ट्र में लॉकडाउन की घोषणा के बाद लगभग 6 लाख मजदूर फंसे हैं. ये मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओडिशा के हैं. इस वक्त इन मजदूरों के रहने-खाने की जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार पर है. हालांकि कुछ मजदूर अपने गृह राज्य जाने की मांग कर रहे हैं. अब गृह मंत्रालय की ओर से जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक मजदूर अपने राज्यों को लौट सकेंगे. राज्य इसके लिए तैयारी कर रहे हैं. दरअसल बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों की मांग के बाद गृह मंत्रालय ने अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए प्रवासी मजदूरों, लोगों और ...