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कैंसर पीडितों की मदद के लिए डॉक्टरों ने राजेश खन्ना के हिट गाने गाकर, इकट्ठा किए 12 लाख




 मुंबई। बाबू मोशाय, हम सब तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं, जिसकी डोर ऊपर वाले के हाथ में है, कौन कब कहां उठेगा, ये तो कोई नहीं जानता..आपको राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की फिल्म आनंद तो याद ही होगी, जिसमें बाबू मोशाय (अमिताभ बच्चन) यानी डॉ. भास्कर बनर्जी और आनंद (राजेश खन्ना) का संवाद दिल को छू लेता है। कैंसर से जूझ रहे और महज छह महीने के मेहमान आनंद की जिंदादिली के डॉ. भास्कर कायल हो जाते हैं। शायद इसी फिल्म से प्रेरणा लेते हुए राजेश खन्ना के फैन एक डॉक्टर ने असल जिंदगी में अनूठी पहल की है। इस काम में उनके तीन साथी डॉक्टरों ने भी मदद की।
शो के 700 टिकटों से 12 लाख मिले,
मुंबई के जोगेश्वरी इलाके के रहने वाले गौतम काटे मुंह के कैंसर से जूझ रहे थे। कैंसर के भीषण दर्द से टूट चुके गौतम ने पैसों की कमी के चलते उम्मीद छोड़ दी थी। ऐसे में चार डॉक्टर उनके लिए मानो देवदूत बनकर आए। 50 साल के शख्स के कैंसरग्रस्त जबड़े को दोबारा बनाने के लिए डॉक्टरों ने पैसा जुटाया है। मुंबई के अलग-अलग अस्पतालों में प्रैक्टिस करने वाले डॉ. राजेश वालंद, डॉ. विकास अग्रवाल, डॉ. जयेश राणावत और डॉ. अग्नीश पटियाल ने पिछले साल 29 दिसंबर को बांद्रा में राजेश खन्ना ट्रिब्यूट शो आयोजित किया। इस दौरान डॉक्टरों ने बॉलिवुड के सुपरस्टार ऐक्टर की फिल्मों के हिट गाने गाए। इस शो के 700 टिकटों से 12 लाख रुपये की आय हुई। काटे की सर्जरी के अलावा 14 अन्य कैंसर मरीजों को इससे मदद मिलेगी। इसके साथ ही डॉक्टरों ने भारत और दूसरे देशों में अपने दोस्तों के जरिए इकट्ठा की गई 9 लाख रुपये की रकम भी डोनेट की है।
चौथे स्टेज के कैंसर से पीड़ित हैं काटे,
चौथे स्टेज के कैंसर से पीड़ित काटे पिछले आठ महीनों के दौरान सब कुछ खत्म मानकर चल रहे थे। पैसों की तंगी की वजह से उनके पास खाने तक की दिक्कत थी। सर्जरी के लिए उन्हें 3 लाख रुपयों की जरूरत थी। काटे का छोटा बेटा संजय अभी कॉलेज स्टूडेंट है, जबकि बड़ा बेटा विजय एक निजी कंपनी में 8,000 रुपये मासिक सैलरी पर काम करता है। परिवार के छह लोगों का गुजारा भी मुश्किल से हो पाता है।
परिवार की हालत का पता चलने के बाद डॉक्टरों ने अपनी छोटी सी पहल के जरिए काटे को मेडिकल केयर मुहैया कराने के लिए पर्याप्त राशि इकट्ठा कर ली। मंगलवार को उनकी अंधेरी के बीएसईएस अस्पताल में सर्जरी की गई। इस दौरान उनके जबड़े में फैले ट्यूमर को निकालकर कैंसर का इलाज किया गया।
यूं हुई डॉक्टर से काटे की मुलाकात,
काटे के छोटे बेटे संजय ने बताया कि आठ महीने पहले ही उनके पिता जब परेल के टाटा मेमोरियल सेंटर में दिखाने के लिए गए थे तो उन्हें कैंसर की बीमारी के बारे में पता चला। संजय का कहना है, 'चूंकि वहां लंबी प्रतीक्षा सूची थी लिहाजा हमने दूसरे अस्पतालों में सहायता के लिए प्रयास शुरू किया। इसी दौरान हम बीएसईएस अस्पताल के डॉ. वालंद से मिले। हमारे पास पैसा नहीं था और उन्होंने कई ट्रस्ट के जरिए फंड इकट्ठा करके मेरे पिता की चार कीमोथेरेपी कराई।'
सर्जरी के लिए 3 लाख रुपये की थी जरूरत,
अब सर्जरी के लिए परिवार को 3 लाख रुपये की जरूरत थी। ट्रस्ट 1.5 लाख रुपये तक की अतिरिक्त मदद कर सकता था, इसके बावजूद इतनी ही रकम की और आवश्यकता थी। डॉ. राजेश वालंद ने बताया, 'यह अकेले काटे की परेशानी नहीं थी। हर महीने मेरे पास मुंह के कैंसर से पीड़ित कम से कम 15 मरीज आते हैं और इनमें से आधे इलाज का खर्चा नहीं वहन कर सकते। यह काफी दुखद है कि हमारे पास आने वाले बहुत से मरीज 30 से 40 वर्ष की आयु वाले होते हैं। ऐसे मरीजों के परिवार टूट जाते हैं। इसके साथ ही काटे की तरह के मरीज भी होते हैं जिनका कुछ दिनों के अंदर ऑपरेशन नहीं हुआ तो बीमारी की वजह से मर सकते हैं।'
राजेश खन्ना के बड़े फैन हैं डॉ. राजेश वालंद,
डॉ. राजेश दिवंगत ऐक्टर राजेश खन्ना के बहुत बड़े फैन हैं। वह गाने के भी शौकीन हैं और काटे की मदद के लिए उनके दिमाग में एक बेहतरीन आइडिया आया। 43 साल के डॉ. राजेश ने ग्रांट मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की थी। मेडिकल स्टूडेंट रहते हुए वह कॉलेज में होने वाले मेडिकल कॉन्फ्रेंस और सेमिनार के दौरान वह अपने दोस्तों के साथ सिंगिंग करते थे। डॉ. राजेश ने काटे को सहायता पहुंचाने के लिए अपने पुराने कॉलेज ग्रुप के दोस्तों से संपर्क किया। जिस पर उनके दोस्त खुशी-खुशी तैयार हो गए। इसके बाद डॉक्टरों ने सिंगर आशा भोंसले के साथ काम करने वाले म्यूजिकल बैंड से संपर्क साधा। इस नेक काम के लिए बैंड ने भी मुफ्त में अपनी सेवाएं देने का फैसला किया।
शो के सभी डोनेशन पास बिक गए,
इसके बाद सोशल मीडिया पर 1,000 से 2,500 रुपये के डोनेशन पास खरीदने के लिए संदेश भेजा गया। कांदीवली में ईएनटी अस्पताल चलाने वाले डॉ. विकास अग्रवाल का कहना है, 'हम प्रफेशनल सिंगर नहीं हैं लेकिन उतने बुरे सिंगर भी नहीं हैं। हमें यह जानकर हैरानी हुई कि सभी टिकट बिक गए।' इस ग्रुप को आयुर्वेदिक डॉक्टर सोनल मस्ते और डायटिशन डॉ. स्वाति कल्याणकर से सहायता मिली। शो से इकट्ठा की गई रकम को अंधेरी के श्री आदिनाथ चैरिटेबल ट्रस्ट को कैंसर पीड़ितों की मदद के लिए सौंपा गया। इस बीच सर्जरी से पहले जिंदगी की जंग लड़ रहे काटे ने डॉ. राजेश वालंद का शुक्रिया जताते हुए कहा, 'मैं हमेशा उन सभी डॉक्टरों का ऋणी रहूंगा।'

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