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ई-नीलामी के विरोध में पांच थोक बाजार अनिश्चितकाल के लिए बंद




नवी मुंबई। महाराष्ट्र सरकार द्वारा सभी बाजार समितियों के कार्यक्षेत्र को सिर्फ मार्केट परिसर तक सीमित करने और ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू करने के विरोध में थोक बाजार के सभी व्यापारियों और माथाडी मजदूरों ने अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की है। इस आंदोलन में आढ़तियों (व्यापारियों), माथाडी मजदूरों, मापाडी और मेहता मजदूरों सहित यूनियन से संबद्ध ट्रांसपोर्ट यूनिट भी शामिल हो रही हैं। बताया गया है कि बंद में करीब एक लाख लोग शामिल होंगे। इस घोषणा से समूचे मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में सब्जियों, फलों और अन्य खाद्य वस्तुओं की कमी होने का खतरा पैदा हो गया है।
पहले था एक दिन का बंद,
बता दें कि सभी थोक व्यापारियों और माथाडी यूनियन ने पहले मंगलवार को एकदिवसीय बंद की घोषणा की थी। इसके तहत मंगलवार की सुबह से ही वाशी के एपीएमसी स्थित सभी पांच थोक बाजार बंद रखे गए थे। मंगलवार को ही इन थोक बाजारों के व्यापारियों और माथाडी मजदूरों की एक बड़ी बैठक भी नवी मुंबई के एपीएमसी में रखी गई थी। इसी बैठक में बुधवार से अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की गई।
अध्यादेश का विरोध,
राज्य सरकार के 25 अक्टूबर के अध्यादेश के तहत अब सभी कृषि उपज वस्तुओं को थोक बाजारों के परिसर में ले जाने की जरूरत ही खत्म हो गई है। अब कोई भी किसान या कृषि उपजकर्ता थोक बाजारों के बाहर माल की खरीद-बिक्री कर सकता है। थोक बाजारों में बाजार समिति का सेस कर लगता है। इसलिए थोक बाजार के बाहर कृषि उपज की बिक्री करने से उनका यह पैसा बच जाएगा। राज्य सरकार के इस अध्यादेश से अब बाजार समिति के सभी व्यापारी सिर्फ ई-नीलामी ही कर सकेंगे। इससे मजदूरों और ट्रांसपोर्टरों सहित लगभग एक लाख बेरोजगार हो जाएंगे।
वाहनों को रोकेंगे,
माथाडी यूनियन के नेता नरेंद्र पाटील ने बताया कि उनके मजदूर और सभी व्यापारी साथी मिलकर मुंबई की सीमा के सभी टोल नाकों पर पहरा देंगे। वे सब्जी, फल, अनाज, और मसालों जैसी कृषि उपज ले जा रहे सभी वाहनों को मुंबई में प्रवेश नहीं करने देंगे।
नरेंद्र पाटील, महाराष्ट्र राज्य माथाडी, ट्रांसपोर्ट और जनरल कामगार यूनियनः जब तक सरकार माथाडी मजदूरों, सुरक्षा रक्षकों और थोक व्यापारियों की रोजी-रोटी के व्यवसाय और नौकरी को सुरक्षित नहीं करती, यह हड़ताल जारी रहेगी।
भीमजी शीवजी भानुशाली, 16 विभिन्न व्यापारी संगठनों (ग्रोमा) के मानद सचिवः शुगर, कलर व केमिकल मर्चेंट, गुड़, आटा, ड्रायफ्रूट, श्रीफल, कोमोडिटीज ब्रोकर्स और ट्रेडर्स सहित 16 अन्य व्यापारिक संगठन भी इस अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल होंगे।
मनोहर तोतलानी, थोक आलू-प्याज व्यापारीः सरकार के इस अध्यादेश से राज्य में हजारों थोक व्यापारियों का दिवाला निकल जाएगा और लाखों माथाडी मजदूर और हजारों ट्रांसपोर्टर बेरोजगार हो जाएंगे।

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