Skip to main content

दोस्त की पार्टी से लौटने के बाद नाबालिग लड़की ने 23वें माले से लगाई छलांग




प्रतीकात्मक चित्र

मुंबई। एक 16 वर्षीय युवती ने मुंबई के ताड़देव स्थित इम्पीरियल ट्विन टावर के 23वें माले से कूदकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने बताया कि युवती की पहचान प्रियंका कोठारी के रूप में हुई है। वह पेडर रोड में रहने वाले एक फ्रेंड के घर हुई पार्टी में शामिल होकर लौटी थी। उसी के कुछ घंटे बाद उसकी लाश बिल्डिंग में मिली। सीनियर इंस्पेक्टर संजय सुर्वे ने कहा कि हम इस फ्रेंड से पूछताछ करने वाले हैं।
पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि क्या प्रियंका का उस पार्टी में इस फ्रेंड से या किसी और से झगड़ा हुआ, जिसकी वजह से उसने इतना बड़ा कदम उठाया। पुलिस को लाश के पास से या घर पर कोई सूइसाइड नोट नहीं मिला है। जिस इम्पीरियल ट्विन टावर में प्रियंका ने खुदकुशी की, वह 60 माले की है। यह देश की सबसे ऊंची बिल्डिंगों में से एक है।
पुलिस के अनुसार, कक्ष दस की छात्रा प्रियंका शुक्रवार रात करीब पौने 12 बजे घर आई। युवती के घर तीन बाई काम करती हैं, जिनमें से एक ने दरवाजा खोला। बाई सोने चली गई और प्रियंका अपने कमरे चली गई। हालांकि घर में उसकी मां और उसका छह साल का भाई भी था, पर वह दूसरे कमरे में सो रहे थे। उसके पिता जूलरी बिजनेस से जुड़े हुए हैं। वह शुक्रवार को मुंबई से बाहर गए हुए थे। बेटी की मौत की खबर सुनकर वह वापस मुंबई लौट आए।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, जब बिल्डिंग का वॉचमैन रात में गश्त पर था, तब उसने लॉन में लड़की को गिरा पड़ा देखा। उसने बिल्डिंग के कुछ लोगों को बुलाया और फिर पुलिस को सूचना दी गई। लड़की को फौरन नायर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लड़की की तस्वीर बिल्डिंग के लोगों को दिखाया गया, जिसके बाद प्रियंका की पहचान हुई। पता चला कि वह 23 वें माले पर रहती थी। पुलिस का कहना है कि घर की बालकनी में कोई भी ग्रिल लगी नहीं है। लड़की की लाश फ्लैट के ठीक नीचे नवें माले के लॉन में मिली। उसके नीचे के आठ माले तक पार्किंग के लिए जगह रिजर्व है। पुलिस बिल्डिंग के सीसीटीवी फुटेज देख रही है। फ्लैट के अंदर भी एक जगह सीसीटीवी लगा हुआ है। चूंकि प्रियंका की मौत से परिवार पूरी तरह सदमे में है, इसलिए इस सीसीटीवी फुटेज को पुलिस बाद में देखेगी।

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्...

जो मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ते उनके घरों को जला दिया जाय- बाबरी के पक्षकार

  यूपी। नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है। मस्जिद में नमाज पढऩा अधिक पुण्यदायी है। मस्जिद अल्लाह का घर है। पैगमबर मोहम्मद साहब ने भी बिना किसी मजबूरी के मस्जिदों के बाहर नमाज पढऩा पसंद नहीं फरमाया है। कुरान में तो यहां तक उल्लेख मिला कि मस्जिद में नमाज न पढऩे वाले के घरों में आग लगा दी जाय। सुप्रीम कोर्ट का इस मसले पर फैसला आने के बाद ऐसी एक नहीं अनेक टिप्पणियां मुस्लिम नेता कर रहे हैं। यह कहना अनुचित है कि नमाज के लिए मस्जिद आवश्यक नहीं है। न केवल मजहबी अकीदे की दृष्टि से बल्कि सुप्रीमकोर्ट के ताजा फैसले के संदर्भ में भी ऐसी दावेदारी बेदम है। नमाज से जुड़े फैसले पर मुस्लिम नेता बोले, नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है हेलाल कमेटी के संयोजत एवं बाबरी के पक्षकार खालिक अहमद खान का मानना है कि कोर्ट के ताजा फैसले की मीडिया एवं हिंदू पक्ष गलत व्याख्या कर रहा है। हकीकत तो यह है कि कोर्ट का ताजा फैसला उस बुनियाद को मजबूत करने वाला है, जिस बुनियाद पर मुस्लिम बाबरी की लड़ाई लड़ रहे हैं। बकौल खालिक कोर्ट के ताजा फैसले से यह स्पष्ट हुआ है कि जन्मभूमि विवाद की सुनवाई धार्मिक भावना के आधार पर न...

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बोले: सावधानी से बढ़ेंगे आग, महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में तीन मई के बाद लाॅकडाउन से मिलेगी छूट

  मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि वह कुछ इलाकों में तीन मई के बाद लॉकडाउन से छूट देंगे। उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में सावधानी से आगे बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, 'तीन मई के बाद निश्चित रूप से हम कुछ इलाकों की स्थिति को देखते हुए छूट देंगे, लेकिन आप सभी सतर्क रहें और सहयोग करें, अन्यथा पिछले कुछ दिनों में हमने जो कुछ भी हासिल किया है वह बेकार हो जाएगा।' ठाकरे ने कहा कि हम धैर्य और सावधानी के साथ आगे बढ़ेंगे। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दस हजार के पार पहुंच चुकी है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 10,498 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, इसमें से 1773 लोग ठीक हुए हैं। इसके अलावा 459 लोगों की मौत हुई है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र पुलिस ने आदेश को सख्ती से लागू करते हुए राज्य भर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने 85,500 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए और अभी तक 16,962 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि मार्च से कोविड-19 से लड़ते और...