Skip to main content

सरफिरे पति ने शक के चलते अपनी पत्नी का चेहरा खरोंच कर बिगाड़ दिया सुंदरता




राज रायकवार

मुंबई। हमारा समाज कहां जा रहा है, इसका एक और शर्मनाक मामला सामने आया है। एक व्यक्ति को डर था कि उसकी खूबसूरत पत्नी पर उसके शहर के लोगों की गंदी नजर पड़ सकती है, इसलिए उसने पत्नी का चेहरा ही खरोंच कर उसकी सुंदरता ही बिगाड़ दिया। बताया गया कि यही व्यक्ति खुद मुंबई में दूसरों पर गंदी नजर रखता था। राज रायकवार नामक इस व्यक्ति पर मुंबई में रेप और मॉलेस्टेशन के दो मामले दर्ज हुए हैं।
मुंबई क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, राज मध्य प्रदेश के जबलपुर का मूल निवासी है। वह बॉलिवुड में काम करता है, इसलिए वह मुंबई में रहता है, जबकि उसका परिवार जबलपुर में रहता है। उसकी करीब 12 साल पहले शादी हुई। उसके दो बच्चे हैं। उसकी पत्नी बहुत सुंदर है।
प्रताड़ना और दहेज का मामला दर्ज,
उसे डर था कि मुंबई में उसके रहने की वजह से जबलपुर में लोगों की उसकी खूबसूरत पत्नी पर गंदी नजर पड़ सकती है। इसीलिए उसने लोहे के उस स्टैंड, जिस पर मच्छर मारनेवाली क्वॉइल रखी जाती है, उससे पत्नी का मुंह एक दिन बुरी तरह खरोंच दिया। पत्नी ने उसके खिलाफ वहां प्रताड़ना और दहेज का मामला दर्ज करवाया हुआ है।
राज रायकवार को दो दिन पहले एक नए केस में मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक नाबालिग के साथ रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सीनियर इंस्पेक्टर संजय सालुंके के अनुसार, हमने उस पर पॉक्सो ऐक्ट भी लगाया है। मामला मुंबई के सहार इलाके का है। राज जिस इलाके में रहता था, उसी इलाके में 9 साल की एक बच्ची का भी घर है। बच्ची बीमार थी और मां की गोद में थी। वह रो रही थी।
बच्ची के साथ गंदी हरकते करने की कोशिश,
राज ने उसे फ्रूटी दिलवाने के बहाने गोद में लिया और अपने घर ले गया। वहां वह जैसे ही बच्ची के साथ गंदी हरकते करने की कोशिश कर रहा था, उसे पकड़ लिया गया। जब उसकी पृष्ठभूमि पता की गई, तब जबलपुर का केस तो सामने आया ही, पता चला कि उसके खिलाफ गोरेगांव में भी मॉलेस्टेशन का केस दर्ज हुआ है।
डबल कमाई,
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी का कहना है कि राज रायकवार पेशे से ड्राइवर है। बॉलिवुड में जिन गाड़ियों में शूटिंग के लिए कैमरा लाया व ले जाया जाता है, वह उन गाड़ियों को ड्राइव करता है। इसके अलावा शूटिंग के लिए जो सेट बनते हैं, उसकी डिजाइनिंग वगैरह का भी वह काम करता है। उसकी पत्नी पढ़ी-लिखी है और पेशे से टीचर है।

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्

सादी वर्दी में महिला पुलिस अधिकारी को, पता चला पुलिस का असली रवैया

मुंबई। कोई परेशानी या छोटी-मोटी वारदात होने पर आम आदमी पुलिस थाने जाने से बचता है क्योंकि अक्सर पुलिस का रवैया उदासीन ही होता है। आम आदमी के लिए यह मामूली बात होती है। मगर, एक महिला पुलिस अधिकारी को पुलिस के इस रवैया से भी दो-चार होना पड़ा। सादी वर्दी में उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) सुजाता पाटिल अंधेरी स्टेशन में ऑटो ड्राइवर की शिकायत करने पहुंची। मगर, तब उन्हें पता चला कि पुलिस आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार करती है। मामला 24 मार्च का है। सुजाता पाटिल हिंगोली में तैनात हैं। वह भोपाल से वापस लौटकर अंधेरी स्टेशन पर पहुंची। उनके पैर में फ्रैक्चर था और वह किसी तरह से अपने बैग को घसीटते हुए ऑटो वाले के पास पहुंची। मगर, सभी ऑटो वालों ने जाने से इंकार कर दिया। इससे परेशान होकर जब वह रेलवे स्टेशन के पास पुलिस चौकी में मदद के लिए गईं, तो वहां तैनात कॉन्सटेबल ने भी सुजाता का मजाक उड़ाते हुए उनकी मदद करने से इंकार कर दिया। सुजाता ने कहा कि वह उनके व्यवहार को देखकर चौंक गईं। कॉन्सटेबल का व्यवहार काफी कठोर था और उसने कहा कि यह उसका काम नहीं है। बताते चलें कि उस वक्त सुजाता वर्दी में नहीं थीं, ल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देश को किया संबोधित, 3 मई तक बढ़ा लाॅकडाउन,19 दिनों के लाॅकडाउन में गरीबों-किसानों के लिए दिए संकेत..

दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देश को संबोधित किया है. इस संबोधन में मोदी ने कई बड़ी बातें कही हैं. किन चीजों पर दी गई छूट, क्या चलेगा क्या नहीं, जानें हर जरूरी बात यहां.. पीएम मोदी ने कहा, ये ऐसा संकट है, जिसका किसी देश से तुलना करना उचित नहीं है. फिर भी यह एक सच्चाई है, कि दुनिया के बड़े- बड़े सामर्थ्यवान देशों के मुकाबले कोरोनो के मामले में भारत आज बहुत संभली स्थिति में है. जब हमारे देश में 550 केस सामने आए तो हमने 21 दिन का लॉकडाउन का ऐलान कर दिया. हमने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी उसी समय फैसले लेकर इसे रोकने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री के भाषण से साफ है कि देश में लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. ऐसे में लॉकडाउन के नियम वही रहेंगे जो पहले से चले आ रहे हैं. हालांकि अगले एक सप्ताह में इन नियमों को और कठोर किया जाएगा.पीएम ने कहा है कि अगले एक सप्ताह में कोरोनो के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी।     प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया। इससे पहले 25 मार्च को 21 दिन