Skip to main content

कबूतरबाज को मुंबई से किया गया गिरफ्तार




 मुंबई: बेरोजगारों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले एक कबूतरबाज को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पकड़े गए आरोपी के विरुद्ध आधा दर्जन लोगों ने 3.65 लाख रुपए ठगी का आरोप लगाया है।
अचलगंज क्षेत्र के अजीतखेड़ा गांव निवासी विवेक कुमार ने 03 जुलाई 18 को एसपी के निर्देश पर मुंबई निवासी रिजवान अहमद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसने विदेश भेजने का झांसा देकर अजीतखेड़ा निवासी सुनील सिंह, नेवरना के गोपीकृष्ण, अमरसस के पीताम्बर, जानकीखेड़ा हुसैन नगर का पवन व बीघापुर थाने के ओसियां निवासी अमित राज को करीब 4 लाख रुपए लेकर तीन महीने के टूरिस्ट् वीजा पर विदेश भेज दिया। विदेश पहुंचने पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ। मामले की जांच कर रहे उपनिरीक्षक भगवान सिंह आरक्षी वीर विक्रम व अरुण कुमार के साथ मुंबई जाकर आरोपी रिजवान को गिरफ्तार किया। यहां कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सोमवार को उसे जेल भेजा गया। एसओ आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को मुंबई से पकड़वा कर जेल भेजा गया है।
शातिर ठग ने गांव-गांव में फैला रखा है रैकेट,
विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले रिजवान का प्रदेश के कई जिलों में रैकेट संचालित है, जिसके गांव गांव सदस्य है। बेरोजगारों को बड़े-बड़े सब्जबाग दिखाकर विदेश जाने को तैयार करते हैं, फिर उनका पासपोर्ट बनवाकर मुंबई स्थित एजेंट से मिलवाकर सौदा तय कराते हैं। यह एजेंट तीन महीने का सफरी वीजा दिलाकर भेज देते हैं, जहां पकड़े जाने पर उन्हें ठगी का अहसास होता है। ठगी का शिकार बने युवकों की लंबी फेहरिस्त है। जो आए दिन थाने आकर अपना दुखड़ा सुनाते रहते हैं। खाकी भी केस दर्ज करने के बजाए सुलह समझौता करवाने में ज्यादा रुचि लेते दिखाई देती है।

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्...

चार लोकसभा और 10 विधानसभा उपचुनाव के नतीजे थोड़ी देर में, कैराना सीट पर सबकी है नजर

 पालघर। देश के 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर सोमवार को हुए उपचुनाव के नतीजे आज बृहस्पतिवार को आएंगे। बृहस्पतिवार सुबह 8 बजे इन सभी सीटों पर मतों की गिनती शुरू हो चुकी है। इन सभी सीटों में से सबसे ज्यादा नजर उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट पर रहेगी। यहां बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी पार्टियां रालोद उम्मीदवार का समर्थन कर रही हैं। 2019 लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ रहे देश में विपक्षी पार्टियां कैराना में बीजेपी को हरा कर एक बड़ा संदेश देना चाहती हैं। सोमवार को हुए मतदान में काफी जगह ईवीएम-वीवीपैट में गड़बड़ी की खबरें आई थीं, जिसके बाद यूपी की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया लोकसभा और नगालैंड की एक विधानसभा सीट के कुछ पोलिंग बूथों पर दोबारा वोट डलवाए गए थे। कैराना से भाजपा सांसद हुकुम सिंह और नूरपुर में भाजपा विधायक लोकेंद्र चौहान के निधन के कारण उप चुनाव हो रहे हैं। कैराना लोकसभा सीट के उपचुनाव पर देश के राजनीतिक दलों की निगाहें हैं। क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे इस चुनाव की नतीजे देश की सियासत को नया संदेश देने वाले हैं। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट क...

महाराष्ट्र से वापस लौट सकेंगे प्रवासी मजदूर,डीएम की अनुमति होगी जरूरी

मुंबई। लॉकडाउन की वजह से देशभर में लॉकडाउन लागू है. अलग-अलग राज्यों के मजदूर और लोग दूसरे राज्यों में फंस गए हैं. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख गुरुवार को कहा कि प्रवासी और अन्य फंसे हुए लोग अपने-अपने राज्यों में जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति के बाद वापस लौट जाएंगे. जिला मजिस्ट्रेट ही प्रवासी मजदूरों को वापस भेजने के लिए नोडल अधिकारी की भूमिका में होंगे. लोगों को नाम, मोबाइल नंबर, गाड़ियों का विवरण(अगर हो तो), राज्य में अकेले हैं या साथ में हैं, इन सबका क्रमवार ब्यौरा देना होगा. महाराष्ट्र में लॉकडाउन की घोषणा के बाद लगभग 6 लाख मजदूर फंसे हैं. ये मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओडिशा के हैं. इस वक्त इन मजदूरों के रहने-खाने की जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार पर है. हालांकि कुछ मजदूर अपने गृह राज्य जाने की मांग कर रहे हैं. अब गृह मंत्रालय की ओर से जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक मजदूर अपने राज्यों को लौट सकेंगे. राज्य इसके लिए तैयारी कर रहे हैं. दरअसल बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों की मांग के बाद गृह मंत्रालय ने अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए प्रवासी मजदूरों, लोगों और ...