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सर्च वारंट जारी होने के बावजूद दाती महाराज को क्यों गिरफ्तार नहीं किया गया:कोर्ट




नई दिल्ली: स्वयंभू बाबा दाती महाराज पर आश्रम में एक शिष्या के साथ बलात्कार के आरोपों की सुनवाई दिल्ली की एक अदालत में चल रही है। अदालत ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस से पूछा कि इस मामले में सर्च वारंट जारी होने के बावजूद
दाती महाराज को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।
कोर्ट ने डीसीपी क्राइम को आदेश दिया कि जांच की निगरानी करें और प्रत्येक सप्ताह मामले की प्रोग्रेस या स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट को बताएं। साथ की कोर्ट ने पुलिस को मामले की जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस मामले की अगली सुनवाई तीन जुलाई को होगी। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कोर्ट को बताया था कि दाती महाराज पर लगे बलात्कार के आरोप में जांच जारी है और कोशिश की जा रही है कि मामले को उसके तार्किक अंजाम तक ले जाया जाए। मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट अनुराग दास की अदालत में दी गई अपनी तीन पन्नों की स्थिति रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कहा था कि एक महिला द्वारा लगाए गए आरोप दो साल पुरानी घटना पर आधारित हैं।
रिपोर्ट में पुलिस ने कहा था, मौजूदा मामले में, आरोप दो साल पुराने हैं जिसकी प्रमाणिकता की जांच की जा रही है। आरोपों को साबित करने के उद्देश्य से संबंधित सबूत जुटाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपों की प्रमाणिकता और आरोपियों द्वारा बेगुनाही के लिए किए जा रहे दावों की जांच के लिए विस्तृत और व्यापक जांच की जा रही है। जांच को पूरी करने और उसे यथाशीघ्र तार्किक अंजाम तक पहुंचाने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस ने अदालत को सीसीटीवी फुटेज की बरामदगी और अब तक दर्ज किए गए विभिन्न बयानों के बारे में भी जानकारी दी। कोर्ट के निर्देश के अनुपालन में यह रिपोर्ट दी गई है। मजिस्ट्रेट अदालत ने अब मामले को मुख्य मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट की अदालत में स्थानांतरित कर दिया था और मामले पर मंगलवार को सुनवाई हुई। पुलिस ने अदालत को यह भी बताया था कि उसने 19 जून को आरोपी से व्यापक पूछताछ की। पूछताछ के दौरान दाती महाराज ने खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया।
दाती महाराज के खिलाफ 7 जून को एक शिकायत आई थी और 11 जून को मामले में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। दिल्ली और राजस्थान स्थित अपने आश्रम में एक अनुयायी के साथ बलात्कार के आरोपी दाती महाराज से पुलिस ने 22 जून को भी करीब 8 घंटों तक पूछताछ की थी। उन्होंने हालांकि खुद को फंसाए जाने का दावा किया। पुलिस को दी गई शिकायत में महिला ने दाती महाराज के छोटे भाई का भी नाम लिया है।

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