Skip to main content

रिवा में निजी जमीन पर रातोंरात तान दी हजारों झोपड़ियाँ, सुबह जब जमीन मालिक की नींद खुली तो रह गए भौचके




  एमपी: रीवा मनगवां थाना के टिकुरी 37 गांव में निजी आराजी पर रातोंरात हरिजनों और आदिवासियों ने सैकड़ों झोपडिय़ां तान दी। घटना से पूरे गांव में तनाव का वातावरण निर्मित हो गया है। एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात है। स्थिति पर पुलिस अधिकारी भी नजर रखे हुए हैं। बताया गया कि गांव के करीब आधा दर्जन लोगों की 22 एकड़ भूमि पर एक रात में कब्जा हो गया। मंगलवार शाम तक वहां कुछ नहीं था। सुबह जब लोगों की नींद खुली तो भौचक रह गए। लोगों की जमीनों पर झोपडिय़ां तनी हुई थी और उसमें बकायदे लोग रह रहे थे। इस दौरान भूमि-स्वामियों ने जमीन से झोपडिय़ां हटाने को कहा तो दोनों पक्षों में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। पीडि़तों ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। गांव में वर्ग संघर्ष की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस बल पहुंच गया है। उक्त स्थल पर करीब एक हजार के लगभग झोपडिय़ां तानी गई हैं। अतिक्रमण करने वाले लोग आसपास के गांव के हैं जिन्होंने रात में वहां आकर झोपडिय़ां बना ली है। एक बड़े क्षेत्रफल में उन्होंने कब्जा कर लिया है। अतिक्रमण करने वाले ग्राम भौवार, तिवरिगवां, टिकुरी 37, उलही कला, रघुनाथगंज, सथनी व धवैया सहित अन्य गांवों से आए हुए हैं। पीडि़तों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र उनकी जमीन से अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तो वे स्वत: अतिक्रमण गिरा देंगे।
कौन-कौन लोग हैं शिकार
टिकुरी 37 में जिन लोगों की जमीनों पर कब्जा किया गया है उनमें ओमप्रकाश तिवारी (50) निवासी तिउनी, धर्मवती तिवारी, सत्यप्रकाश तिवारी, राहुल तिवारी, राजीव तिवारी, संजीव शामिल है। इन सबकी जमीन आसपास ही है जिसमें लोगों ने झोपडिय़ां तानकर कब्जा कर लिया है। मानसून दस्तक देने वाला है और किसानों को अपने खेतों की जुताई करनी होगी।
पुलिस ने एसडीएम को लिखा पत्र
ग्राम टिकुरी 37 में पट्टे की जमीन पर हुए अतिक्रमण से उत्पन्न स्थिति को लेकर मनगवां पुलिस ने एसडीएम को पत्र लिखा है और अतिक्रमण हटवाने की अपील की है। पुलिस की सूचना पर सांयकाल राजस्व अमला भी मौके पर पहुंचा था जिसने वस्तुस्थिति की जानकारी ली और पट्टे की जमीन से अतिक्रमण हटाने की समझाइश लोगों को दी।  एसडीएम, तहसीलदार पहुंचे, दी समझाइश,
घटना की सूचना मिलते ही सांयकाल एसडीएम आशीष पाण्डेय, तहसीलदार आरपी त्रिपाठी सहित तमाम राजस्व अमला मौके पर पहुंच गया। एसडीएम ने अतिक्रमणकारियों को समझाइश दी। उन्होंने कहा कि आप लोग कार्यालय में आवेदन देें जहां भी शासकीय जमीन खाली होगी वहां आवंटित की जाएगी।किसी के पट्टे की आराजी पर अतिक्रमण करना उचित नहीं है इसे खाली कर दें।
चुनाव के समय होती है सर्वाधिक घटनाएं, इस तरह की घटनाएं ज्यादातर चुनाव के समय होती है। जब भी चुनाव नजदीक आता है तो निजी जमीनों पर कब्जे की घटनाएं भी बढ़ जाती है। इससे पूर्व गुढ़, रायपुर कर्चुलियान, जनेह थाना सहित अन्य थाना क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं हो चुकी है।

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्...

चार लोकसभा और 10 विधानसभा उपचुनाव के नतीजे थोड़ी देर में, कैराना सीट पर सबकी है नजर

 पालघर। देश के 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर सोमवार को हुए उपचुनाव के नतीजे आज बृहस्पतिवार को आएंगे। बृहस्पतिवार सुबह 8 बजे इन सभी सीटों पर मतों की गिनती शुरू हो चुकी है। इन सभी सीटों में से सबसे ज्यादा नजर उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट पर रहेगी। यहां बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी पार्टियां रालोद उम्मीदवार का समर्थन कर रही हैं। 2019 लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ रहे देश में विपक्षी पार्टियां कैराना में बीजेपी को हरा कर एक बड़ा संदेश देना चाहती हैं। सोमवार को हुए मतदान में काफी जगह ईवीएम-वीवीपैट में गड़बड़ी की खबरें आई थीं, जिसके बाद यूपी की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया लोकसभा और नगालैंड की एक विधानसभा सीट के कुछ पोलिंग बूथों पर दोबारा वोट डलवाए गए थे। कैराना से भाजपा सांसद हुकुम सिंह और नूरपुर में भाजपा विधायक लोकेंद्र चौहान के निधन के कारण उप चुनाव हो रहे हैं। कैराना लोकसभा सीट के उपचुनाव पर देश के राजनीतिक दलों की निगाहें हैं। क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे इस चुनाव की नतीजे देश की सियासत को नया संदेश देने वाले हैं। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट क...

महाराष्ट्र से वापस लौट सकेंगे प्रवासी मजदूर,डीएम की अनुमति होगी जरूरी

मुंबई। लॉकडाउन की वजह से देशभर में लॉकडाउन लागू है. अलग-अलग राज्यों के मजदूर और लोग दूसरे राज्यों में फंस गए हैं. महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख गुरुवार को कहा कि प्रवासी और अन्य फंसे हुए लोग अपने-अपने राज्यों में जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति के बाद वापस लौट जाएंगे. जिला मजिस्ट्रेट ही प्रवासी मजदूरों को वापस भेजने के लिए नोडल अधिकारी की भूमिका में होंगे. लोगों को नाम, मोबाइल नंबर, गाड़ियों का विवरण(अगर हो तो), राज्य में अकेले हैं या साथ में हैं, इन सबका क्रमवार ब्यौरा देना होगा. महाराष्ट्र में लॉकडाउन की घोषणा के बाद लगभग 6 लाख मजदूर फंसे हैं. ये मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओडिशा के हैं. इस वक्त इन मजदूरों के रहने-खाने की जिम्मेदारी महाराष्ट्र सरकार पर है. हालांकि कुछ मजदूर अपने गृह राज्य जाने की मांग कर रहे हैं. अब गृह मंत्रालय की ओर से जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक मजदूर अपने राज्यों को लौट सकेंगे. राज्य इसके लिए तैयारी कर रहे हैं. दरअसल बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों की मांग के बाद गृह मंत्रालय ने अलग-अलग स्थानों पर फंसे हुए प्रवासी मजदूरों, लोगों और ...