पालघर: लोकसभा की 4 सीटों में दो बीजेपी ने खो दी, जबकि दो पर विपक्ष का साझा उम्मीदवार विजयी रहा। विधानसभा की 10 सीटों पर चुनाव हुए।
इनमें कांग्रेस को पंजाब मे एक सीट का फायदा हुआ, जबकि आरजेडी ने एनडीए के प्रत्याशी को हराकर बिहार में साझा विपक्ष के लिए नयी उम्मीद पैदा की है। झारखण्ड में भी कांग्रेस समर्थित जेएमएम ने दोनों सीटों पर बीजेपी से तगड़ा संघर्ष करते हुए जीत हासिल की।
*लोकसभा की 4 सीटों में 2 सीटें बीजेपी ने गंवाई, दो बचाने में कामयाब*
4 लोकसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। चारों बीजेपी की जीती हुई सीट थी। कैराना आरएलडी ने झटक ली, तो भंडारा गोंदिया एनसीपी ने। नगालैंड की सीट पर बीजेपी समर्थित एनडीपीपी को विजयश्री मिली है तो महाराष्ट्र की पालघर सीट भी बीजेपी बचाने में कामयाब रही है।
यानी दो सीटें छिन गयी हैं, दो बरकरार रही हैं।
कैराना में लोकसभा चुनाव आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने जीता। आरएलडी प्रत्याशी अजित सिंह के साथ तबस्सुम हसन।
*कैराना*: यूपी की कैराना में आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को पराजित कर दिया। यहां आरएलडी को बीएसपी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का समर्थन था। बीजेपी से यह सीट आरएलडी ने छीन ली है। यह सीट बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन से खाली हुई थी। उनकी बेटी मृगांका सिंह को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया।
बीेसपी-एसपी गठजोड़ ने देश में 2019 के लिए नया फॉर्मूला दे दिया। कैराना में एक बार फिर यह फॉर्मूला सही साबित हुआ। महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया में भी जहां एनसीपी उम्मीदवार ही विपक्ष का साझा प्रत्याशी था जिनकी जीत हुई।
*भंडारा-गोंदिया*: महाराष्ट्र की भंडारा गोंदिया सीट बीजेपी बनाम अन्य का अखाड़ा बना था। यहां से बीजेपी के सांसद नाना पटोले ने इस्तीफा दिया था। वही नाना पटोले, जिन्होंने आरोप लगाया था कि नरेंद्र मोदी उन्हें बोलने नहीं देते। यहां शिवसेना ने उम्मीदवार नहीं दिया। कांग्रेस ने एनसीपी को समर्थन दिया। एनसीपी और बीजेपी की आमने-सामने की टक्कर हुई। इसमें बीजेपी को मात मिली। एक तरह यूपी दोहरा दिया गया भंडारा गोंदिया में।
महाराष्ट्र में भी उपचुनाव नतीजे ने बीजेपी की मुसीबत बढ़ा दी है। यहां दो लोकसभा सीटों में एक ही बीजेपी बचा पायी।
*पालघर*: पालघर लोकसभा सीट बीजेपी ने जरूर बचा ली है लेकिन शिवसेना ने जबरदस्त टक्कर दी। यहां कांग्रेस, बहुजन विकास अघाड़ी और सीपीएम के उम्मीदवार भी खड़े थे। यह सीट बीजेपी सांसद चिंतामन वनागा के निधन के कारण खाली हुई थी। शिवसेना ने उनके बेटे श्रीनिवास वनागा को मैदान में उतारा तो बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस नेता राजेंद्र गावित को टिकट दे दिया। लिहाजा बंटे हुए विपक्ष के बीच बीजेपी की जीत सुनिश्चित हो गयी। पालघर लोकसभा सीट भी संदेश देता है कि बीजेपी को हराना है तो एक हे बगैर सम्भव नहीं।
*नगालैंड*: नगालैंड लोकसभा सीट से बीजेपी समर्थित एनडीपीपी उम्मीदवार की जीत हुई। यहां कांग्रेस एनपीएफ उम्मीदवार का समर्थन कर रही थी। पूर्व मंत्री तोखेहो येपतेमी को पीडीए ने उम्मीदवार बनाया था जबकि एनपीएफ की ओर से सी अपोक जमीर उम्मीदवार थे।
तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में एनडीए को एक और मात मिली है। जोकीहाट में आरजे़डी ने एनडीए को हराकर नीतीश कुमार और बीजेपी को एक साथ पटखनी दी है।
*विधानसभा की 8 सीटें जिनके पास थीं, उन्हीं के पास रहीं*
विधानसभा की 10 सीटों की बात करें तो नूरपुर में समाजवादी पार्टी, उत्तराखण्ड की थराली सीट पर बीजेपी, मेघालय की अंपाती में कांग्रेस, केरल के चेंगनूर में सीपीएम, पश्चिम बंगाल की महेशताला सीट और झारखण्ड की सिल्ली व गोमियां की सीटें जेएमएम ने सीटें बरकरार रखीं।
*आरजेडी-कांग्रेस को एक-एक सीट का फायदा*
बिहार के अररिया में आरजेडी ने जेडीयू से सीट छीनी है, जबकि पंजाब के शाहकोट में कांग्रेस ने अकाली दल से उनकी सीट छीन ली है।
नूरपुर में सपा की जीत : यूपी में समाजवादी पार्टी की सीट रही नूरपुर विधानसभा सीट पर दोबारा समाजवादी पार्टी का कब्जा हो गया है। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नईमुल हसन ने 10 हजार वोटों से जीत दर्ज की। बीजेपी विधायक लोकेंद्र सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद यह सीट खाली हुई थी, जहां से उनकी पत्नी अवनी सिंह को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया था। बीजेपी से यह सीट समाजवादी पार्टी छीनने में कामयाब रही।
*जोकीहाट में आरजेडी जीता*: बिहार के अररिया जिले की जोकीहाट सीट जेडीयू के पास थी। जेडीयू विधायक सरफराज आलम के इस्तीफा देकर सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हुई थी। वे आरजेडी में चले गये। अब आरजेडी ने जेडीयू से ये सीट जीत ली है। आरजेडी के उम्मीदवार शाहनवाज ने 41,224 वोटों से जीत हासिल की है। बीजेपी-जेडीयू गठबंधन सरकार के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है जोकीहाट की सीट पर आरजेडी की जीत।
*पलूस काडेगांव में कांग्रेस की विजय*: महाराष्ट्र की पलूस काडेगांव सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार की निर्विरोध जीत हुई। यह सीट कांग्रेस ने बचा ली है। यहां से कांग्रेस के पूर्व मंत्री पटंगराव कदम विधायक थे। उनके निधन के बाद उनके बेटे विश्वजीत कदम को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया। शिवसेना ने कांग्रेस को समर्थन दिया। बीजेपी चुनाव मैदान में उतरी ही हीं।
*महेश ताला में टीएमसी की जय*: पश्चिम बंगाल की महेश ताला विधानसभा सीट पर टीएमसी ने अपनी सीट बचा ली है। दिवंगत विधायक कस्तूरी दास के पति दुलाल दास ने यह उपचुनाव जीत लिया है। बीजेपी ने यहां से सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक सुजीत घोष को उम्मीदवार बनाया था। वाम मोर्चे की भी हार हो गयी।
*थराली सीट बीजेपी ने बचायी*: उत्तराखण्ड में बीजेपी ने कांटे की टक्कर में थराली सीट बचा ली है। बीजेपी विधायक मगनलाल शाह के निधन से खाली हुई इस सीट पर बीजेपी की उम्मीदवार मुन्नी देवी ने कांग्रेस के जीतराम को हरा दिया।
अंपाती पर कांग्रेस का कब्जा बरकरार : मेघालय में अंपाती सीट कांग्रेस ने जीत ली है। यहां कांग्रेस ने मुकुल संगमा की बेटी मियानी डी शिरा को उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने सत्तारूढ़ मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस के केलेंट जी मोमिन को 3191 वोटों से हराया।
*चेंगनूर में सीपीएम का कब्जा कायम*: केरल के चेंगनूर सीट पर सीपीएम ने सफलता हासिल की है। यहां एलडीएफ ने अपनी सीट बचायी है। यहां सीपीएम उम्मीदवार ने 20,956 सीटों से जीत दर्ज की। यूडीएफ और बीजेपी के प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा। यूडीएफ ने डी विजय कुमार को और बीजेपी ने पीएस श्रीधरन पिल्लई को उम्मीदवार बनाया।
*शाहकोट में कांग्रेस ने छीनी सीट* यंजाब के शाहकोट पर कांग्रेस आसानी से चुनाव जीत गयी। यह सीट कांग्रेस ने अकाली दल से छीनी है। कांग्रेस के उम्मीदवार हरदेव सिंह ने अकाली दल के उम्मीदवार नायब सिंह को हराया। नायब सिंह इसी सीट विधायक रहे अजित सिंह के बेटे हैं जिनके निधन के कारण यह उपचुनाव हुए।
*सिल्ली में जेएमएम की जीत*: झारखण्ड में सिल्ली सीट पर जेएमएम ने अपनी सीट बचा ली है। यह सीट अमित जेएमएम विधायक अमित महतो को अयोग्य करार दिए जाने के कारण खाली हुई थी। बीजेपी समर्थित आजसू उम्मीदवार व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो को यहां हार का सामना करना पड़ा है। अमित महतो की पत्नी सीमा महतो ने उन्हें हराया।
*गोमिया में भी जेएमएम की जय* : झारखण्ड के गोमिया में जेएमएम उम्मीदवार जीत की ओर है। जेएमएम उम्मीदवार बबीता ने बीजेपी के माधवलाल सिंह और आजसू के लंबोदर महतो को पीछे छोड़कर जीत की ओर हे।
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