भागलपुर (बिहार)।गिट्टी लदे ओवरलोड ट्रकों को विभिन्न विभागों से मैनेज करने वाले गिरोह में कई लोगों का खुलासा हुअा है। एसएसपी आशीष भारती ने स्वीकार किया है कि भागलपुर जिले के थाना-पुलिस, डीटीओ, एमवीआई और खनन विभाग के अधिकारी-कर्मियों के सांठगांठ से यह गोरखधंधा चल रहा था। जिले के मिर्जाचौकी से जीरोमाइल इलाके के बीच सिर्फ कहलगांव थाने को छोड़ बाकी सभी थानों की पुलिस ओवरलोड ट्रकों को क्रॉस करने के बदले पैसे लेती है। जिले के कहलगांव के डीएसपी दिलनवाज अहमद ने 2 दिन पहले ट्रक ड्राइवर बनकर पहले इस गोरखधंधे की रेकी की। मिर्जाचौकी से ओवरलोड गिट्टी वाले ट्रक को चलाकर भागलपुर के लिए चले तो डीएसपी को कई स्थानों पर वसूली के लिए रोका गया। डीएसपी ने उन सभी प्वाइंट पर पुलिसकर्मी, दलाल और विभागों के बिचौलियों को पैसे दिए। इस कार्रवाई के दौरान गिरोह के सरगना कहलगांव के लालू मंडल को गिरफ्तार किया गया। उसके घर से 12 लाख कैश, रजिस्टर, मोबाइल, कई चेकबुक, पासबुक और एटीएम कार्ड बरामद हुआ।
ये गिरोह बिहार-झारखंड की सीमा पर मिर्जाचौकी में ऑफिस बनाकर धंधे को ऑपरेट करते थे। लालू ने स्वीकार किया है कि वह इस गिरोह में वह इकलौता नहीं है, बल्कि उसके साथ कई लोग हैं। हर गाड़ी को पार कराने के बदले लालू ट्रक मालिकों से कमीशन लेता है। हिस्सा थाना-पुलिस, परिवहन और खनन विभाग को पहुंचाता है।
ट्रक ड्राइवर बने डीएसपी और खलासी बने पुलिसकर्मियों की टीम सीधे मिर्जाचौकी पहुंची। ओवरलोड ट्रक लेकर चल दिये। सबसे पहले मिर्जाचौकी चेक पोस्ट पर वसूली के लिए रोका गया। फिर पीरपैंती, शिवनारायणपुर, घोघा, सबौर और जीरोमाइल थाना क्षेत्र में हर जगह पैसे लेकर ट्रक को पार करवया गया।
एसएसपी ने बताया कि मिर्जाचौकी से ओवरलोड गिट्टी लेकर चले ट्रक भागलपुर आते हैं। ट्रक मालिक या ड्राइवर सीधे लालू के मोबाइल पर संपर्क करता है। इसके बाद सबौर पेट्रोल पंप पर लालू का आदमी खड़ा रहता है और ट्रकों से पैसे वसूलता है।
ट्रक का नंबर आगे फॉरवर्ड करता है ताकि पुलिसवाले, डीटीओ, एमवीआई और खनन विभाग की चेकिंग में वह पकड़ा न जाए। लालू का आदमी रजिस्टर मेेंटेन करता है। इसमें पार कराए गए ट्रकों का नंबर, वसूली राशि और किसे कितना पेमेंट किया गया, उसका डिटेल लिखा होता है।
भागलपुर के बाहर दूसरे जिले और राज्य में भी यह गिरोह संबंधित विभाग और पुलिस को मैनेज करता है और चैनल से कमीशन भिजवाता है।
ट्रक पकड़ाने पर छुड़वाने की जिम्मेदारी भी लालू के ही गिरोह की होती है।
पुलिसवालों द्वारा सड़कों पर अवैध वसूली का खेल नया नहीं है। तीन साल पहले ने अवैध वसूली के खिलाफ महाअभियान चलाया था। इसके अलावा यह बताया कि कैसे 16 प्वाइंट पर पुलिसवाले ट्रक ड्राइवरों से वसूली करते हैं। 24 अगस्त 2015 की रात को घंटा घर चौक के पास स्टिंग आपरेशन में भास्कर की टीम ने रंगे हाथ जमादार हमेश्वर सिंह समेत आदमपुर थाने की पूरी पेट्रोलिंग पार्टी को वसूली मामले में पकड़ा था।
स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो भी भास्कर ने तत्कालीन एसएसपी विवेक कुमार को उपलब्ध कराई थी। लेकिन जांच अधिकारी ने जांच में छह माह लगा दिये थे।
हालांकि छह माह की जांच के बाद एसएसपी ने वसूली में शामिल जमादार हमेश्वर सिंह और पूरी पेट्रोलिंग पार्टी को निलंबित कर दिया था।
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