Skip to main content

अभिनेता एजाज खान ने रेप घटनाओ से परेशान बदल लिया अपना नाम...




  मुंबई।  फिल्म एक्टर एजाज खान सोशल मीडिया पर अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार एजाज खान ने फेसबुक पर लाइव आकर अपनी बात रखी। उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार सुर्खिया बटोर रहा है। कई बार उनके बयानों के कारण उनकी आलोचना करने वाले लोग भी इस बार उनके बयान की तारीफ कर रहे हैं। दरअसल एजाज खान ने इस बार अपने वीडियो में देश में रहने वाले लोगों से रेप जैसी बुराई के खिलाफ मिलकर संघर्ष करने और धर्म के मतभेद भुलाकर गले मिलने का संदेश दिया है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड कर रहा है। अपने वीडियो की शुरुआत में एजाज खान ने बताया कि, वह किसी काम के सिलसिले में बंगलुरु में थे। वहां उनकी मुलाकात कुछ विदेशियों से हुई। उन्होंने एजाज से भारत की सभ्यता, संस्कृति और सद्भाव, त्योहारों की तारीफ की। लेकिन, उन्होंने कहा कि आजकल देश में जो सांप्रदायिक तनाव फैलाया जा रहा है। वह लोग इससे दुखी हैं। हम किस तरह का समाज बना रहे हैं। जहां हिन्दू और मुस्लिम आपस में ही एक-दूसरे से झगड़ रहे हैं। अगर उन्हें किसी मुद्दे पर एकजुट होना चाहिए तो वह समाज में रेप की समस्या है। जिसकी शिकार हमारे अपने बीच में रहने वाली 5 साल, 7 साल, 3 साल तक की बच्चियां हो रही हैं।
एजाज खान ने अपने वीडियो में आगे कहा, मैं आज एजाज इण्डियन खान बनकर बात कर रहा हूं। हम रेप में भी धर्म ढूंढने लगे हैं तो हम किस मोड़ पर अपने समाज को ले आए हैं। रेप कहीं भी हो, किसी का भी हो, गलत है। उसके अपराधी को कड़ी सजा मिलनी ही चाहिए। एक्टर एजाज ने समाज में सद्भाव बिगड़ने का जिम्मेदारी जनता पर ही डाली। उन्होंने कहा कि हम खुद अपने नेता चुनकर भेजते हैं। हमें तय करना है कि हमें कैसा समाज बनाना है।’’ बता दें कि बाॅलीवुड अभिनेता एजाज खान ने बिग बाॅस में भी हिस्सा लिया था। बिग बाॅस के घर में झगड़ा करने के कारण उन्हें शो से बाहर निकाल दिया गया था। लेकिन इसके बार एजाज अपने बयानों के कारण लगातार चर्चाओं में बने रहते हैं।

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्

सादी वर्दी में महिला पुलिस अधिकारी को, पता चला पुलिस का असली रवैया

मुंबई। कोई परेशानी या छोटी-मोटी वारदात होने पर आम आदमी पुलिस थाने जाने से बचता है क्योंकि अक्सर पुलिस का रवैया उदासीन ही होता है। आम आदमी के लिए यह मामूली बात होती है। मगर, एक महिला पुलिस अधिकारी को पुलिस के इस रवैया से भी दो-चार होना पड़ा। सादी वर्दी में उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) सुजाता पाटिल अंधेरी स्टेशन में ऑटो ड्राइवर की शिकायत करने पहुंची। मगर, तब उन्हें पता चला कि पुलिस आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार करती है। मामला 24 मार्च का है। सुजाता पाटिल हिंगोली में तैनात हैं। वह भोपाल से वापस लौटकर अंधेरी स्टेशन पर पहुंची। उनके पैर में फ्रैक्चर था और वह किसी तरह से अपने बैग को घसीटते हुए ऑटो वाले के पास पहुंची। मगर, सभी ऑटो वालों ने जाने से इंकार कर दिया। इससे परेशान होकर जब वह रेलवे स्टेशन के पास पुलिस चौकी में मदद के लिए गईं, तो वहां तैनात कॉन्सटेबल ने भी सुजाता का मजाक उड़ाते हुए उनकी मदद करने से इंकार कर दिया। सुजाता ने कहा कि वह उनके व्यवहार को देखकर चौंक गईं। कॉन्सटेबल का व्यवहार काफी कठोर था और उसने कहा कि यह उसका काम नहीं है। बताते चलें कि उस वक्त सुजाता वर्दी में नहीं थीं, ल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देश को किया संबोधित, 3 मई तक बढ़ा लाॅकडाउन,19 दिनों के लाॅकडाउन में गरीबों-किसानों के लिए दिए संकेत..

दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देश को संबोधित किया है. इस संबोधन में मोदी ने कई बड़ी बातें कही हैं. किन चीजों पर दी गई छूट, क्या चलेगा क्या नहीं, जानें हर जरूरी बात यहां.. पीएम मोदी ने कहा, ये ऐसा संकट है, जिसका किसी देश से तुलना करना उचित नहीं है. फिर भी यह एक सच्चाई है, कि दुनिया के बड़े- बड़े सामर्थ्यवान देशों के मुकाबले कोरोनो के मामले में भारत आज बहुत संभली स्थिति में है. जब हमारे देश में 550 केस सामने आए तो हमने 21 दिन का लॉकडाउन का ऐलान कर दिया. हमने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी उसी समय फैसले लेकर इसे रोकने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री के भाषण से साफ है कि देश में लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. ऐसे में लॉकडाउन के नियम वही रहेंगे जो पहले से चले आ रहे हैं. हालांकि अगले एक सप्ताह में इन नियमों को और कठोर किया जाएगा.पीएम ने कहा है कि अगले एक सप्ताह में कोरोनो के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी।     प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया। इससे पहले 25 मार्च को 21 दिन