दिल्ली। पीएम ने पैगम्बर मुहम्मद साहब की शिक्षाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, 'मुहम्मद साहब कहते थे कि अगर आपके पास कोई चीज या वस्तु ज्यादा मात्रा में है तो इसे जरूरतमंद लोगों के साथ बांटना चाहिए। यही कारण है कि रमजान के दौरान दान की अवधारणा महत्वपूर्ण हो जाती है।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 अप्रैल (रविवार) को रेडियो के कार्यक्रम ‘मन की बात’ में रमजान का जिक्र किया, तो सोशल मीडिया यूजर्स के एक धड़े ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। दरअसल, पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में रमजान के पवित्र महीने का जिक्र करते हुए लोगों को इसकी शुभकामनाएं दीं। साथ ही पीएम ने पैगम्बर मुहम्मद साहब की शिक्षाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘मुहम्मद साहब कहते थे कि अगर आपके पास कोई चीज या वस्तु ज्यादा मात्रा में है तो इसे जरूरतमंद लोगों के साथ बांटना चाहिए। यही कारण है कि रमजान के दौरान दान की अवधारणा महत्वपूर्ण हो जाती है।’ पीएम मोदी द्वारा रेडियो कार्यक्रम में रमजान का जिक्र करने को कुछ ट्विटर यूजर्स चुनावी हथकंडा करार दे रहे हैं। एक यूजर ने पूछा कि अब कहां चुनाव होने वाले हैं। वहीं एक अन्य यूजर ने कहा, ‘पीएम मोदी दुबई में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।’
एक ने कहा, ‘लगता है कि मोदी जी ने कुरान पढ़ना शुरू कर दिया।’ अन्य यूजर ने कहा, ‘2019 में चुनाव हैं। इसलिए मुहम्मद साहब को याद किया जा रहा है।’ एक ने कहा, ‘पीएम मोदी 2002 में पैगम्बर मुहम्मद और दान की अवधारणा के बारे में कुछ नहीं जानते थे।’ एक ने कहा, ‘ये मन की बात नहीं, इलेक्शन कैंपेन है।’ एक ने कहा, ‘और आपके पास बकवास अध्यधिक मात्रा में है… इसी वजह से आप इसे मन की बात के जरिए अपने भक्तों से शेयर करते हैं। बहुत आश्चर्य की बात है कि आप पैगम्बर मुहम्मद में विश्वास करने लगे हैं।’ एक ने कहा, ‘इसका मतलब ये इस्लामिक किताबें पढ़ता है। जल्दी घर वापसी होगी इसकी।’ एक ने कहा, ‘वोट मांगने का क्या तरीका है… वाह।’
एक ने कहा, ‘अगर ऐसा है तो बीजेपी को पार्टी फंड को शेयर करना शुरू कर देना चाहिए।’ एक यूजर ने कहा, ‘मोदी जी आम दिनों में कहते हैं कि पैगम्बर मोहम्मद महान हैं। चुनाव के समय कहते हैं कि भाईयों और बहनों… आपको श्मशान चाहिए या कब्रिस्तान, मंदिर चाहिए या मस्जिद।’
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