Skip to main content

दुल्हन की तरह सजाकर राजकीय सम्मान के साथ, श्रीदेवी की हुई अंतिम विदाई






मुंबई। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री श्रीदेवी को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई हो गई। श्रीदेवी का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ है। श्रीदेवी को अंतिम विदाई के लिए लाल रंग की बनारसी साड़ी में दुल्हन की तरह सजाया गया है। श्रद्धांजलि देकर आ रहे कलाकारों के मुताबिक श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मांग भरी गई है। माथे पर लाल बिंदी और ओंठो पर लिपस्टिक भी लगी है। मोगरा के फूलों से भी सजावट की गई है। सेलिब्रेशन क्लब से तिरंगे में लपेटकर उनका पार्थिव शरीर श्मशान भूमि ले जाया गया। उनकी इस अंतिम यात्रा में जिस वाहन में उनके पार्थिव शरीर को ले जाया जा रहा था, उसमें अर्जुन कपूर, बोनी कपूर और मोहित मारवाह सवार थे। वाहन के साथ श्रीदेवी के हजारों फैन चल रहे थे। ग्रीन एकर्स कॉम्प्लेक्स ने दिवंगत अभिनेत्री के सम्मान में होली के मौके पर मनाए जाने वाले जश्न को रद्द कर दिया है।
'श्रीदेवी की इच्छा हुई पूरी"
अंतिम विदाई के लिए खास तैयारी की गई। जैसी श्रीदेवी की ख्वाहिश थी बिल्कुल वैसा ही किया जा रहा है। यह श्रीदेवी की आखिरी ख्वाहिश थी कि उन्हें आखिरी विदाई सफेद फूलों के साथ ही दी जाए और यही वजह है कि उनकी आखिरी दर्शन के लिए सफेद फूलों से सजाये ट्रक को तैयार करवाया गया है। श्रीदेवी को अंतिम विदाई देने के लिए सफेद फूल से सजावट की गई है। वो ट्रक जिस पर श्रीदेवी का पार्थिव शरीर रखा जाएगा उसे भी सफेद रंग से रंगा गया है।
"बॉलीवुड हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि"
इससे पहले लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स के सेलिब्रेशन स्पोट्र्स क्लब के बाहर दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी के अंतिम दर्शन करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए बॉलीवुड हस्तियों व जानी-मानी शख्सियतों के साथ ही हजारों आम लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। श्रीदेवी का सबसे पहले अंतिम दर्शन करने वालों में रेखा, ऐश्वर्या राय बच्चन, अरबाज खान, माधुरी दीक्षित नेने, अक्षय खन्ना, तब्बू, फराह खान, नितिन मुकेश, नील नितिन मुकेश, विद्या बालन, सुष्मिता सेन, शबाना आजमी, जावेद अख्तर, मधुर भंडारकर, दीपिका पादुकोण, संजय लीला भंसाली, फरहान अख्तर, हेमा मालिनी, जया बच्चन, जॉन अब्राहम, सुलभा आर्या, अजय देवगन और काजोल जैसी हस्तियां शामिल रहीं। अधिकांश लोगों ने काले चश्मे पहन रखे थे और हाथ में फूल या छोटा गुलदस्ता ले रखा था। वे श्रीदेवी के पारिवारिक सदस्यों को गले लगाकर सांत्वना दे रहे थे।

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्...

जो मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ते उनके घरों को जला दिया जाय- बाबरी के पक्षकार

  यूपी। नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है। मस्जिद में नमाज पढऩा अधिक पुण्यदायी है। मस्जिद अल्लाह का घर है। पैगमबर मोहम्मद साहब ने भी बिना किसी मजबूरी के मस्जिदों के बाहर नमाज पढऩा पसंद नहीं फरमाया है। कुरान में तो यहां तक उल्लेख मिला कि मस्जिद में नमाज न पढऩे वाले के घरों में आग लगा दी जाय। सुप्रीम कोर्ट का इस मसले पर फैसला आने के बाद ऐसी एक नहीं अनेक टिप्पणियां मुस्लिम नेता कर रहे हैं। यह कहना अनुचित है कि नमाज के लिए मस्जिद आवश्यक नहीं है। न केवल मजहबी अकीदे की दृष्टि से बल्कि सुप्रीमकोर्ट के ताजा फैसले के संदर्भ में भी ऐसी दावेदारी बेदम है। नमाज से जुड़े फैसले पर मुस्लिम नेता बोले, नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है हेलाल कमेटी के संयोजत एवं बाबरी के पक्षकार खालिक अहमद खान का मानना है कि कोर्ट के ताजा फैसले की मीडिया एवं हिंदू पक्ष गलत व्याख्या कर रहा है। हकीकत तो यह है कि कोर्ट का ताजा फैसला उस बुनियाद को मजबूत करने वाला है, जिस बुनियाद पर मुस्लिम बाबरी की लड़ाई लड़ रहे हैं। बकौल खालिक कोर्ट के ताजा फैसले से यह स्पष्ट हुआ है कि जन्मभूमि विवाद की सुनवाई धार्मिक भावना के आधार पर न...

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बोले: सावधानी से बढ़ेंगे आग, महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में तीन मई के बाद लाॅकडाउन से मिलेगी छूट

  मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि वह कुछ इलाकों में तीन मई के बाद लॉकडाउन से छूट देंगे। उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में सावधानी से आगे बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, 'तीन मई के बाद निश्चित रूप से हम कुछ इलाकों की स्थिति को देखते हुए छूट देंगे, लेकिन आप सभी सतर्क रहें और सहयोग करें, अन्यथा पिछले कुछ दिनों में हमने जो कुछ भी हासिल किया है वह बेकार हो जाएगा।' ठाकरे ने कहा कि हम धैर्य और सावधानी के साथ आगे बढ़ेंगे। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दस हजार के पार पहुंच चुकी है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 10,498 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, इसमें से 1773 लोग ठीक हुए हैं। इसके अलावा 459 लोगों की मौत हुई है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र पुलिस ने आदेश को सख्ती से लागू करते हुए राज्य भर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने 85,500 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए और अभी तक 16,962 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि मार्च से कोविड-19 से लड़ते और...