Skip to main content

सीएम योगी राज में चोरी हुई भाजपा नेता की बकरी..



नोएडा। यूपी पुलिस डीजीपी के आदेशों के बाद भले ही आम आदमी के घर में हुर्इ चोरी या लूट की गुहार न सुने, लेकिन नेताओं की भैंस व सेलिब्रिटी के डॉग से लेकर बकरी चोरी होने तक की शिकायत मिलते ही सजग हो जाती है। इसका उदाहरण सपा सरकार में तो देखा ही गया था। अब भाजपा सरकार में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जी हां, ग्रेटर नोएडा के दनकौर पुलिस भाजपा नेता की तहरीर मिलने पर सा दिन से उनकी चोरी हुर्इ बकरी की तलाश में जुटी है। इतना ही नहीं पुलिस बकरी तलाशने के लिए कर्इ गांव के चक्कर भी लगा चुकी है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिले।
भाजपा अल्‍पसंख्‍यक मोर्चा के हैं नगर अध्‍यक्ष,
दनकौर के बिलासपुर कस्बा निवासी अतीक उर्ररहमान भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के नगर अध्यक्ष हैं। वह घर में बकरी रखते हैं। सात दिन पहले शनिवार रात उनके आंगन से एक बकरी चोरी हो गर्इ। पता लगते ही उन्‍होंने इसकी दनकौर थाना की बिलासपुर चौकी पर तहरीर दी। अब नेता जी की तहरीर लेकर पुलिस उनकी बकरी तलाश रही है। हालांकि, पिछले सात दिनों से अब तक उसका कुछ पता नहीं लग पाया है। वहीं, पुलिस की मानें तो सात दिन में आसपास के कई गांवों में बकरी की तलाश की गई है। दनकौर कोतवाली प्रभारी प्रमोद अली पुंडीर ने बताया कि थाने की बिलासपुर चौकी पर बकरी चोरी की शिकायत मिली है। इस पर चोरों का पता लगाया जा रहा है। वहीं, दनकौर कोतवाल प्रभारी फरमूद अली कुंढीर ने कहा कि इस मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। फिलहाल, बकरी को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है और जल्द ही उसका पता लगा लिया जाएगा।
आजम की भैंस से लेकर अभिनेत्री के पति का डॉग तक तलाश चुकी है पुलिस,
यहां बतादें कि उत्‍तर प्रदेश पुलिस आम आदमी के घर में हुर्इ चोरी या लूट की वारदात पर भले सक्रिय न हो, लेकिन किसी भी नेता की भैंस या सेलिब्रेटी का कुत्‍ता चोरी होने की शिकायत मिलते ही कार्रवार्इ में जुट जाती है। दो साल पूर्व सपा सरकार में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आजम खान की भैंस चोरी की शिकायत मिलते ही पुलिस ने जगह-जगह की खाक छानी थी और 24 घंटे में भैंस को ढूंढ लिया गया था। अभी हाल ही में अभिनेत्री रिया सेन के पति का डॉग गायब होने के बाद भी पुलिस ने गुमशुदगी तक दर्ज की थी।

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्...

जो मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ते उनके घरों को जला दिया जाय- बाबरी के पक्षकार

  यूपी। नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है। मस्जिद में नमाज पढऩा अधिक पुण्यदायी है। मस्जिद अल्लाह का घर है। पैगमबर मोहम्मद साहब ने भी बिना किसी मजबूरी के मस्जिदों के बाहर नमाज पढऩा पसंद नहीं फरमाया है। कुरान में तो यहां तक उल्लेख मिला कि मस्जिद में नमाज न पढऩे वाले के घरों में आग लगा दी जाय। सुप्रीम कोर्ट का इस मसले पर फैसला आने के बाद ऐसी एक नहीं अनेक टिप्पणियां मुस्लिम नेता कर रहे हैं। यह कहना अनुचित है कि नमाज के लिए मस्जिद आवश्यक नहीं है। न केवल मजहबी अकीदे की दृष्टि से बल्कि सुप्रीमकोर्ट के ताजा फैसले के संदर्भ में भी ऐसी दावेदारी बेदम है। नमाज से जुड़े फैसले पर मुस्लिम नेता बोले, नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है हेलाल कमेटी के संयोजत एवं बाबरी के पक्षकार खालिक अहमद खान का मानना है कि कोर्ट के ताजा फैसले की मीडिया एवं हिंदू पक्ष गलत व्याख्या कर रहा है। हकीकत तो यह है कि कोर्ट का ताजा फैसला उस बुनियाद को मजबूत करने वाला है, जिस बुनियाद पर मुस्लिम बाबरी की लड़ाई लड़ रहे हैं। बकौल खालिक कोर्ट के ताजा फैसले से यह स्पष्ट हुआ है कि जन्मभूमि विवाद की सुनवाई धार्मिक भावना के आधार पर न...

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बोले: सावधानी से बढ़ेंगे आग, महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में तीन मई के बाद लाॅकडाउन से मिलेगी छूट

  मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि वह कुछ इलाकों में तीन मई के बाद लॉकडाउन से छूट देंगे। उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में सावधानी से आगे बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, 'तीन मई के बाद निश्चित रूप से हम कुछ इलाकों की स्थिति को देखते हुए छूट देंगे, लेकिन आप सभी सतर्क रहें और सहयोग करें, अन्यथा पिछले कुछ दिनों में हमने जो कुछ भी हासिल किया है वह बेकार हो जाएगा।' ठाकरे ने कहा कि हम धैर्य और सावधानी के साथ आगे बढ़ेंगे। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दस हजार के पार पहुंच चुकी है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य में अब तक 10,498 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, इसमें से 1773 लोग ठीक हुए हैं। इसके अलावा 459 लोगों की मौत हुई है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र पुलिस ने आदेश को सख्ती से लागू करते हुए राज्य भर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने 85,500 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए और अभी तक 16,962 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि मार्च से कोविड-19 से लड़ते और...