नई दिल्ली। मेट्रो की पिंक लाइन पर ट्रायल के लिए चलाई गई स्वचालित मेट्रो फिर बेपटरी हो गई। मंगलवार को ट्रायल के दौरान स्वचालित मेट्रो कालिंदी कुंज डिपो में दीवार से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मेट्रो ट्रेन दीवार तोड़कर बाहर निकल गई।
टक्कर के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। कुछ ही दूरी पर सड़क मार्ग भी है, ऐसे में अगर मेट्रो ट्रेन थोड़ा और आगे जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। चालक रहित ट्रेन के पटरी से उतरने और फिर मेट्रो स्टेशन को तोड़ने हुए पार होने के बाद वहां पर मेट्रो के तमाम आला अधिकारी पहुंच गए। बता दें कि आगामी 25 दिसंबर को कालकाजी-बॉटनिकल मेट्रो लाइन का उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। ऐसे में यह हादसा चौंकाने वाला है।
इससे पहले सोमवार को भी साउथ कैंपस से धौला कुआं के बीच ट्रेन का पहला ही कोच पटरी से उतर गया था। इसके बाद मुकुंदपुर से शिव विहार जाने वाली लाइन के इस हिस्से पर ट्रायल रोक दिया गया। ट्रायल के दौरान का यह मामला बृहस्पतिवार का है। बता दें कि मेट्रो के तीसरे चरण में अधिक से अधिक स्वचालित टेनें मेट्रो के बेड़े में शामिल की गईं हैं। नई लाइन पर मेट्रो सेवा शुरू करने से पहले लंबे समय तक ट्रायल चलता है। इसके बाद मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर लाइन का निरीक्षण करते हैं। फिर लाइन को चालू करने के संबंध में अंतिम फैसला लिया जाता है। इसी कड़ी इन दिनों पिंक लाइन पर स्वचालित मेट्रो का ट्रायल चल रहा है। बृहस्पतिवार को तड़के दो बजकर 50 मिनट के आसपास जब मेट्रो साउथ कैंपस से धौला कुआं की तरफ जा रही थी तब अचानक पहला कोच पटरी से उतर गया। एलिवेटेड लाइन पर हुई इस घटना से कुछ पल के लिए अफरातफरी मच गई।
घटना में किसी के हताहत नहीं होने की सूचना से सबने राहत की सांस ली। हालांकि मेट्रो प्रवक्ता ने ऐसी किसी घटना से इन्कार किया है। इससे पहले भी चार नवंबर को स्वचालित मेट्रो ट्रायल के दौरान सामने वाली मेट्रो से टकरा गई थी। यह घटना मेजेंटा लाइन पर हुई थी। ट्रायल के दौरान उसमें चालक था।
कालिंदी कुंज डिपो में ट्रैक पर पहले से एक मेट्रो खड़ी थी उसके पीछे दूसरी ट्रेन आ रही थी। सिग्नल में तकनीकी खराबी के कारण पीछे वाली मेट्रो को सिग्नल नहीं मिलने से ट्रेन आगे बढ़ गई और खड़ी मेट्रो से टकरा गई थी.
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