Skip to main content

दर्दनाक हादसा: सड़क पर तडपते रहे दो सगे भाई, हेलमेट भी नहीं रोक पाई मौत..



कानपुर: बरिपाल रेलवे क्रॉसिंग पर एक दिलदहला देने वाला हादसा सामने आया है। जहां एक अनियंत्रित ट्रक ने चार बाइक सवारों को रौंद दिया। इस घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो सगे भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। रेलवे फाटक पर खड़े थे बाइक सवार..
मामला, सजेती थाना क्षेत्र के बरिपाल रेलवे क्रॉसिंग का है। यहां  शाम 4 बजे के लगभग रेलवे फाटक बंद था और दोनों तरफ लोग गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही फाटक खुला तभी एक अनियंत्रित ट्रक तेज रफ्तार में वहां पहुंचा और तीन बाइक को टक्कर मार दी। मेला देखने जा रहा था युवक,
वहीं, तीन बाइक पर सवार चार लोग ट्रक की चपेट में आ गए। इसमें फतेहपुर के अमौली के रहने वाले सिपाही शंखवार की मौके पर ही मौत हो गई, जो महोबा में तैनात थे। जबकि, सिटी 100 बाइक पर सवार 23 साल के युवक की भी मौके पर मौत हो गई। ये युवक अपनी नालिहाल आया था और मामा की बाइक लेकर मेला देखने जा रहा था।
दो सगे भाई गंभीर रूप से घायल,
इसके साथ ही बांद गांव के रहने वाले दो सगे भाई पवन और बउवा, जो अपाचे बाइक पर सवार थे, ट्रक की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों भाई हादसे के बाद काफी देर तक सड़क पर तड़पते रहे। दोनों भाइयों को पहले उपचार के लिए महोबा भेजा गया, लेकिन हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें कानपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा,
स्थानीय निवासी रवि शंकर के मुताबिक, रेलवे क्रासिंग के पास रेलवे फाटक बंद था। सभी फाटक खुलने का इंतजार कर रहे थे। फाटक के पास बड़ी संख्या में बाइक सवार खड़े थे, जैसे क्रॉसिंग खुली तो पीछे से आये ट्रक ने बाइक सवारों को कुचल दिया। इस घटना में दो की मौत हो गई और दो सगे भाई गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई। वहीं, मौके पर पहुची पुलिस ने दोनों शवो को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायलों को इलाज के लिए भेज दिया।
'ट्रक ड्राइवर की तलाश जारी'
घाटमपुर सीओ एके चतुवेदी के मुताबिक, कई बाइक सवार ट्रक की चपेट में आ गए। दो की मौत हुई है और दो घायल हैं। चालक अभी फरार है। ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है और ड्राइवर की तलाश की जा रही है.

Comments

Popular posts from this blog

आँनलाइन फार्मेसी के खिलाफ आज दवा दुकानदार हड़ताल पर

मुंब्रा। ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे। इस हड़ताल में दिल्ली में मौजूद 12 हजार से अधिक दवा विक्रेता शामिल होंगे। हालांकि, अस्पतालों में स्थित दवा दुकानों को हड़ताल से बाहर रखा गया है। दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है। इस बारे में ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस हड़ताल में देशभर के 7 लाख खुदरा व 1.5 लाख थोक दवा दुकानदार शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इन साढ़े आठ लाख दुकानों से करीब 40 लाख स्टॉफ जुड़े हैं। इसके अलावा 1.5 से 2 करोड़ औषधि प्रतिनिधि भी हड़ताल में शामिल होंगे, क्योंकि ऑनलाइन फार्मेसी से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्

सादी वर्दी में महिला पुलिस अधिकारी को, पता चला पुलिस का असली रवैया

मुंबई। कोई परेशानी या छोटी-मोटी वारदात होने पर आम आदमी पुलिस थाने जाने से बचता है क्योंकि अक्सर पुलिस का रवैया उदासीन ही होता है। आम आदमी के लिए यह मामूली बात होती है। मगर, एक महिला पुलिस अधिकारी को पुलिस के इस रवैया से भी दो-चार होना पड़ा। सादी वर्दी में उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) सुजाता पाटिल अंधेरी स्टेशन में ऑटो ड्राइवर की शिकायत करने पहुंची। मगर, तब उन्हें पता चला कि पुलिस आम लोगों के साथ कैसा व्यवहार करती है। मामला 24 मार्च का है। सुजाता पाटिल हिंगोली में तैनात हैं। वह भोपाल से वापस लौटकर अंधेरी स्टेशन पर पहुंची। उनके पैर में फ्रैक्चर था और वह किसी तरह से अपने बैग को घसीटते हुए ऑटो वाले के पास पहुंची। मगर, सभी ऑटो वालों ने जाने से इंकार कर दिया। इससे परेशान होकर जब वह रेलवे स्टेशन के पास पुलिस चौकी में मदद के लिए गईं, तो वहां तैनात कॉन्सटेबल ने भी सुजाता का मजाक उड़ाते हुए उनकी मदद करने से इंकार कर दिया। सुजाता ने कहा कि वह उनके व्यवहार को देखकर चौंक गईं। कॉन्सटेबल का व्यवहार काफी कठोर था और उसने कहा कि यह उसका काम नहीं है। बताते चलें कि उस वक्त सुजाता वर्दी में नहीं थीं, ल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देश को किया संबोधित, 3 मई तक बढ़ा लाॅकडाउन,19 दिनों के लाॅकडाउन में गरीबों-किसानों के लिए दिए संकेत..

दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर देश को संबोधित किया है. इस संबोधन में मोदी ने कई बड़ी बातें कही हैं. किन चीजों पर दी गई छूट, क्या चलेगा क्या नहीं, जानें हर जरूरी बात यहां.. पीएम मोदी ने कहा, ये ऐसा संकट है, जिसका किसी देश से तुलना करना उचित नहीं है. फिर भी यह एक सच्चाई है, कि दुनिया के बड़े- बड़े सामर्थ्यवान देशों के मुकाबले कोरोनो के मामले में भारत आज बहुत संभली स्थिति में है. जब हमारे देश में 550 केस सामने आए तो हमने 21 दिन का लॉकडाउन का ऐलान कर दिया. हमने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी उसी समय फैसले लेकर इसे रोकने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री के भाषण से साफ है कि देश में लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. ऐसे में लॉकडाउन के नियम वही रहेंगे जो पहले से चले आ रहे हैं. हालांकि अगले एक सप्ताह में इन नियमों को और कठोर किया जाएगा.पीएम ने कहा है कि अगले एक सप्ताह में कोरोनो के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी।     प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया। इससे पहले 25 मार्च को 21 दिन