नशे
मध्यप्रदेश। जिले के जिन थानों में पुरुष अफसरों की तैनाती के दौरान अपराधी और नशे के कारोबारी बेलगाम रहे, उन्हीं थानाें में महिला थानेदार अपना लोहा मनवा रही हैं। श्योपुर में सबसे बड़ी समस्या नशे का फैलता कारोबार है। महिला थानेदारों ने नशे के तस्करों पर 'सर्जिकल स्ट्राइक" कर पहली बार जिले में अफीम की खेती पकड़ी। साथ ही भारी मात्रा में शराब, अफीम, गांजा व स्मैक पकड़कर तस्करों को जेल पहुंचाया। नशे के सामाज्य पर चोट कर रहीं यह महिला अफसर अभी प्रोबेशनरी (ट्रेनी) हैं।
अफीम की खेती पकड़ी
बरगवां की ट्रेनी थाना प्रभारी रसना राजावत पीएसआई ने सात मार्च को मदनपुर गांव में डेढ़ बीघा जमीन में अफीम की खेती पकड़ी। यह खेती करीब तीन महीने से हो रही थी। खेत से 1740 किलो अफीम के डोंडे जब्त हुए, जिनकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 1.10 करोड़ रुपए आंकी गई है। अफीम की खेती के आरोप में मिट्ठू मारवाडी व शेखडिया भिलाला को गिरफ्तार किया गया। बरगवां क्षेत्र में अवैध शराब के 10 से ज्यादा केस बनाए हैं।
गांजा और शराब तस्करों को दबोचा
सेसईपुरा क्षेत्र में अवैध शराब से लेकर गांजे के तस्कर पांव पसार रहे हैं। यहां थाना प्रभारी रीना सोलंकी ने एक महीने में 50 लीटर से ज्यादा अवैध शराब पकड़ी है, लेकिन गांजा तस्करों में तब हडकंप मच गया, जब 16 मार्च की रात दो लाख रुपए कीमत के 10 किलो गांजे के साथ दतिया जिले के तस्कर आकाश पुत्र प्रहसाद को पकड़ा।
शराब तस्करों पर शिकंजा
ओछापुरा थाना प्रभारी ममता गुर्जर को थाने की कमान संभाले हुए एक साल से ज्यादा हो गया। उन्होंने भी अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा कार्रवाई शराब तस्करों और अवैध शराब दुकानों पर की है। तीन दिन पहले ममता व उनकी टीम ने हाईवे पर चेकिंग के दौरान आधा किलो अफीम के साथ दो तस्करों को पकड़ा। यह अफीम जिले में खपाने के लिए भेजी गई थी।
स्मैक-गांजे पर काबू पाया
आवदा थाना क्षेत्र में आने वाले इलाकों में सबसे ज्यादा नशे का कारोबार होता है। यहां स्मैक व गांजे के बड़े तस्कर हैं। इस थाने में पूर्व में पदस्थ रहीं दीप्ति तोमर ने कई स्मैक तस्करों को जेल भेजा। डेढ़ महीने से ट्रेनी सब इंस्पेक्टर साधना शर्मा आवदा थाने की कमान संभाल रही है। उन्होंने 15 मार्च को शराब से भरी बोलेरो पकड़ी। सोंईकलां निवासी महावीर सुमन यह शराब कराहल क्षेत्र में खपाने जा रहा था, जहां शराब की बिक्री पर प्रतिबंध है।
इनका कहना है
महिला सब इंस्पेक्टरों ने नशे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की है। जिले में अफीम, गांजे से लेकर शराब का कारोबार चोरी-छिपे होता है। महिला सब इंस्पेक्टरों ने बीते दिनों में अफीम के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई की है, जितनी पूरे ग्वालियर-चंबल में कभी किसी थाने ने एक बार में नहीं की।
मध्यप्रदेश। जिले के जिन थानों में पुरुष अफसरों की तैनाती के दौरान अपराधी और नशे के कारोबारी बेलगाम रहे, उन्हीं थानाें में महिला थानेदार अपना लोहा मनवा रही हैं। श्योपुर में सबसे बड़ी समस्या नशे का फैलता कारोबार है। महिला थानेदारों ने नशे के तस्करों पर 'सर्जिकल स्ट्राइक" कर पहली बार जिले में अफीम की खेती पकड़ी। साथ ही भारी मात्रा में शराब, अफीम, गांजा व स्मैक पकड़कर तस्करों को जेल पहुंचाया। नशे के सामाज्य पर चोट कर रहीं यह महिला अफसर अभी प्रोबेशनरी (ट्रेनी) हैं।
अफीम की खेती पकड़ी
बरगवां की ट्रेनी थाना प्रभारी रसना राजावत पीएसआई ने सात मार्च को मदनपुर गांव में डेढ़ बीघा जमीन में अफीम की खेती पकड़ी। यह खेती करीब तीन महीने से हो रही थी। खेत से 1740 किलो अफीम के डोंडे जब्त हुए, जिनकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 1.10 करोड़ रुपए आंकी गई है। अफीम की खेती के आरोप में मिट्ठू मारवाडी व शेखडिया भिलाला को गिरफ्तार किया गया। बरगवां क्षेत्र में अवैध शराब के 10 से ज्यादा केस बनाए हैं।
गांजा और शराब तस्करों को दबोचा
सेसईपुरा क्षेत्र में अवैध शराब से लेकर गांजे के तस्कर पांव पसार रहे हैं। यहां थाना प्रभारी रीना सोलंकी ने एक महीने में 50 लीटर से ज्यादा अवैध शराब पकड़ी है, लेकिन गांजा तस्करों में तब हडकंप मच गया, जब 16 मार्च की रात दो लाख रुपए कीमत के 10 किलो गांजे के साथ दतिया जिले के तस्कर आकाश पुत्र प्रहसाद को पकड़ा।
शराब तस्करों पर शिकंजा
ओछापुरा थाना प्रभारी ममता गुर्जर को थाने की कमान संभाले हुए एक साल से ज्यादा हो गया। उन्होंने भी अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा कार्रवाई शराब तस्करों और अवैध शराब दुकानों पर की है। तीन दिन पहले ममता व उनकी टीम ने हाईवे पर चेकिंग के दौरान आधा किलो अफीम के साथ दो तस्करों को पकड़ा। यह अफीम जिले में खपाने के लिए भेजी गई थी।
स्मैक-गांजे पर काबू पाया
आवदा थाना क्षेत्र में आने वाले इलाकों में सबसे ज्यादा नशे का कारोबार होता है। यहां स्मैक व गांजे के बड़े तस्कर हैं। इस थाने में पूर्व में पदस्थ रहीं दीप्ति तोमर ने कई स्मैक तस्करों को जेल भेजा। डेढ़ महीने से ट्रेनी सब इंस्पेक्टर साधना शर्मा आवदा थाने की कमान संभाल रही है। उन्होंने 15 मार्च को शराब से भरी बोलेरो पकड़ी। सोंईकलां निवासी महावीर सुमन यह शराब कराहल क्षेत्र में खपाने जा रहा था, जहां शराब की बिक्री पर प्रतिबंध है।
इनका कहना है
महिला सब इंस्पेक्टरों ने नशे के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की है। जिले में अफीम, गांजे से लेकर शराब का कारोबार चोरी-छिपे होता है। महिला सब इंस्पेक्टरों ने बीते दिनों में अफीम के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई की है, जितनी पूरे ग्वालियर-चंबल में कभी किसी थाने ने एक बार में नहीं की।
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