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पांच वर्षीय बालिका का अपहरण कर हत्या करने वाली, महिला को पुलिस ने किया गिरफ्तार



नालासोपारा: पिछले सप्ताह 24 मार्च 2018 रात 8 बजे के आसपास लापता अंजलि हत्या मामले की गुत्थी सुलझाते हुए महिला आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। तुलिंज पुलिस स्टेशन के अपर पुलिस अधीक्षक राज तिलक रोशन ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि 24 मार्च को नालासोपारा पूर्व के विजयनगर से लापता पांच वर्षीय अंजलि संतोष सरोज का अपहरण हो गया था। जिसके परिजनों ने 25 मार्च को लापता होने का मामला नजदीकी तुलिंज पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया गया था। पुलिस द्वरा विजय नगर छेत्र में लगे सभी सी सी टीवी खंगालने पर पता चला कि अंजलि एक महिला के साथ नागिनदास पाड़ा के तरफ जाते दिखी। अंजलि के माता पिता ने उस महिला को पहचाने से साफ इंकार कर दिया। उसी दौरान गुजात के नवसारी रेलवे स्टेशन के महिला सौचालय में एक बच्ची का शव मिलने की खबर तुलिंज पुलिस स्टेशन को मिली, जिसके बाद शव का शिनाख्त लापता हुई अंजलि के रूप में हुआ। जिसके बाद मृतक बालिका अंजलि के परिजनों और स्थानीय लोगो द्वारा तुलिंज पुलिस स्टेशन का घेराव व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी व लापरवाही का आरोप भी लगाया था।साथ ही अंजलि हत्या मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग भी किया था। मामले को गंभीरता से लेते हुये पालघर अधीक्षक मंजूनाथ सिंगे, अपर पुलिस अधीक्षक राज तिलक रोशन, उपविभागीय पुलिस अधिकारी जयंत वजबले, तुलिंज पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर खैरनार और पो.निरीक्षक के .डी कोल्हे के मार्गदर्शन में एक स्पेशल टीम गठित की गई। पुलिस में मृतक बालिका के पिता का मोबाइल के फोन डिटेल के आधार पर विजय नगर से अनिता वघेला (24) को हिरासत में ले कर पूछताछ किया, पुलिस द्वारा कड़ी पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज तिलक रोशन ने बताया कि मृतक बालिका के पिता का प्रेम संबंध आरोपी महिला से लगभग 6 -7 सालों था और बालिका के पिता ने आरोपी महिला का दो बार गर्भपात भी कराया था।शादी से इंकार करने के बाद प्रेमिका में बदला लेने के लिए प्रेमी के बेटी अंजलि को लालच दे कर पहले उसे विरार ले गई और फिर गुजरात के नवसारी स्टेशन के महिला सौचालय में ले जाकर अंजलि का गला दबाकर हत्या को अंजाम दिया। सूत्रों की माने तो अंजलि हत्या मामले में पुलिस के खिलाफ नागरिकों के साथ आरोपी महिला ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया था। इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक राज तिलक रोशन और उनकी टीम ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया और जनता का कानून व्यवस्था पर से उठता विश्वास कायम रखा।

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