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फर्जी पुलिसकर्मी के मामले में ठाणे के असली पुलिस अधिकारी पर संदेह, पूछताछ




सांकेतिक तस्‍वीर

ठाणे। खुद को मुंबई एटीएस में कार्यरत बताकर ठाणे के जूलर्स और गाड़ी डीलर को ठगने वाले फर्जी पुलिसकर्मी गजानन पालवे की गिरफ्तारी के बाद जांच में ठाणे ट्रैफिक पुलिस का एक पुलिस अधिकारी संदेह के घेरे में आ गया है। ठाणे नगर पुलिस पीआई स्तर के संदिग्ध पुलिस अधिकारी से पूछताछ कर रही है।
बताया गया है कि पुलिस ने लगातार 2 दिन असली पुलिस अधिकारी से पूछताछ की। ठाणे पुलिस जोन-1 के डीसीपी डॉ. डी.एस. स्वामी ने इसकी पुष्टि की है। गजानन पालवे ने ठाणे शहर के नौपाडा स्थित श्रीयश जूलर्स के मालिक मधुसूदन बेंद्रे पर 'वर्दी' की धौंस जमाई थी। पालवे ने बेंद्रे के यहां से 20 लाख रुपये के गहने खरीदे थे और बदले में चेक दिया था।
जब बेंद्रे ने चेक बैंक में जमा किया, तो बाउंस हो गया। बेंद्रे ने पालवे के खिलाफ जून में नौपाडा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पालवे को गिरफ्तार किया गया। दूसरे मामले में पालवे ने पुरानी गाड़ियां खरीदने-बेचने वाले डीलर संजय पाटील को किसी दूसरे की दो गाड़ियां 5 लाख 64 हजार रुपये में बेच दीं। रुपये मिलने के कुछ दिन बाद पालवे ने गाड़ियां भी वापस ले लीं।
इस पर पाटील ने ठाणे नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया। सूत्रों ने बताया कि संदेह के घेरे में आए पीआई ने ही पालवे को जूलर से मिलवाया था। यही नहीं, पीआई ने बेंद्रे से पालवे की शिकायत पुलिस स्टेशन में न करने की बात कही थी और यह भी कहा था कि पालवे जल्द उसके पैसे दे देगा।

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