मुंबई. सोमवार तड़के मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पास से 21 साल के एक युवक को एनएसजी मुख्यालय में फोन कर प्रधानमंत्री पर रासायनिक हमले की चेतानवी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह मुंबई में सिक्यूरिटी गार्ड के तौर पर काम करता था। जांच में सामने आया है कि यह साम्प्रदायिक तनाव फैलाना चाहता था।
ऐसे हुई युवक की गिरफ्तारी
- ताजा जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के दिल्ली स्थित मुख्यालय में बीते शुक्रवार को शाम 5.30 के करीब एक फोन पहुंचा। इसमें फोन करने वाले युवक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कभी भी कहीं से रासायनिक हमला हो सकता है। सूचना मिलते ही सुरक्षा और जांच एजेंसियां सचेत हो गईं। इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई और पता चला कि फोन मुंबई से आया है। जांच एजेंसियों ने मुंबई पुलिस को इसकी जानकारी दी और मुंबई पुलिस वालकेश्वर इलाके में उस पते पर पहुंची जिसके जरिए इस नंबर का सिम कार्ड खरीदा गया था।
मुंबई से भागने की फिराक में था आरोपी,
- जांच के दौरान पुलिस लगातार नंबर को ट्रैक कर रही थी। तभी रविवार रात साढ़े दस बजे के आसपास वह फोन नंबर मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पास होने का पता चला। इसके बाद तुरंत पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उसने काशीनाथ मंडल नाम के युवक को अरेस्ट कर लिया। काशीनाथ झारखंड का रहने वाला है। वह ट्रेन पकड़कर भागने की फिराक में था ।
सांप्रदायिक तनाव भड़काना चाहता था आरोपी,
- पुलिस की पूछताछ में काशीनाथ ने माना कि उसने फोन किया था। इसके पीछे उसका मकसद सांप्रदायिक तनाव भड़काना था। उसे गूगल से एनएसजी मुख्यालय का नंबर मिला था। फिलहाल मुंबई पुलिस समेत कई बड़ी जांच एजेंसीज इस मामले की जांच कर रही हैं।
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