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वाराणसी पुल हादसे में 8 लोगों को किया गिरफ्तार, एक ठेकेदार समेत सात सेतु निगम कर्मी जांच में पाए गए दोषी, 15 लोगों की हुई थी मौत




वाराणसी. बीते 15 मई को लहरतारा कैण्ट ओवर ब्रिज हादसे में 15 लोगो की मौत के बाद शनिवार दोपहर को क्राइम ब्रांच ने आठ आरोपियों गिरफ्तार किया है। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया विवेचना में 8 लोग दोषी पाए गए हैं जिसमें से 1 ठेकेदार हैं जबकि 7 लोग सेतु निगम के कर्मचारी हैं। क्राइम ब्रांच ने रुड़की स्थित सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के आधार पर जांच में गुणवत्ता और लापरवाही का जिम्मेदार मानते हुए बड़ी कार्रवाई की है।
कौन कौन पकड़ा गया है: पकड़े गए अभियुक्तों में गेंदालाल (पूर्व मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम), हरिश्चन्द्र तिवारी (तत्कालीन मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम), कुलजस राय सूदन (तत्कालीन परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम), राजेन्द्र सिंह (सहायक अभियंता सिविल, सेतु निगम), राम सत्या सिंह यादव (सहायक अभियंता, यांत्रिक सुरक्षा, सेतु निगम), लाल चंद्र सिंह (अवर अभियंता, सिविल, सेतु निगम), राजेश पाल सिंह (अवर अभियंता, सिविल, सेतु निगम) और साहेब हुसैन (ठेकेदार) शामिल हैं।
संगीन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा: एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि मुकदमा 304, 308, 427,24 और लोक संपत्ति अधिनियम की धाराओं में दर्ज है। इन्ही धाराओं में जेल भेजा गया है।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने भी की थी जांच: उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त राज प्रताप सिंह ने भी सीएम को स्थलीय निरीक्षण के बाद मामले की तैयार की गई जांच रिपोर्ट सौंपी थी। जांच रिपोर्ट में पूरे प्रकरण के लिए सेतु निगम को दोषी बताया गया था।

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