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विधायक जितेंद्र आव्हाड की इमरजेंसी का पत्रकारो ने किया निषेध..



कब्रस्तान का सच उजागर होने के बाद
 तानाशाही पर उतारू हुए विधायक जितेन्द्र आव्हाड , कर रहे है पत्रकारों के दमन का प्रयास . जिसके खिलाफ शहर के साप्ताहिक व दैनिक अखबारों के पत्रकारों ने काली पट्टी बांधकर किया निषेध व्यक्त . बता दे कि पिछले दो महीनों से कब्रस्तान , क्रिश्चियन व हिंदू श्मशान भूमि को  लेकर पूरे शहर को गुमराह किया जा रहा है .शहर के पत्रकारों ने जब उनके इस सफेद झूठ को सबूतों के साथ लोगों के सामने उजागर किया तो विधायक आव्हाड बौखला गये .किसी भी तरह का विरोध बर्दाश्त न करनेवाले विधायक आव्हाड ने अपने पद का गलत फायदा उठाकर शहर के साप्ताहिक अखबार आज की सियासत और उसके सम्पादक अनवर शैख के खिलाफ पुलिस के आला अधिकारियों के पास लिखित शिकायत की . जिसपर मुम्ब्रा पुलिस ने सम्पादक अनवर शैख को पूछताछ के लिये बुलाया ,
इस विषय पर बुधवार को शहर के पत्रकार  रफीक कामदार , उदयभान पांडे , शुक्ला जी, फहीम गुलबार , वसीम सय्यद , रफीक शैख , यासर बग़दादी , आरीफ हाशमी , हुसैन शैख , फिरोज हाशमी , सरफराज दरबारी , जावेद खान, सोहराब खान आदि ने एक बैठक लेकर इसपर चर्चा की . इसके बाद सभी पत्रकारों ने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर पासलकर से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा . इसके बाद सभी पत्रकारों ने पुलिस स्टेशन के बाहर अपने बाजू पर काली पट्टी बांधकर विधायक जितेन्द्र आव्हाड की दमननीति का पुरजोर विरोध करते हुए निषेध व्यक्त किया . साथ ही किसी भी अखबार व पत्रकार पर होने वाले इस तरह के हमले में ऐसी ही भूमिका ली जायेगी यह भी सभी पत्रकारों ने स्पष्ट किया .

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